Posted on 29 Jun, 2024 8:56 pm

लोकनिर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह ने आज मंत्रालय में विभाग के प्रमुख अधिकारियों के साथ सड़क सूचना एवं प्रबन्धन प्रणाली के सशक्तिकरण हेतु बनाई जा रही "लोक-पथ" एप (पॉट होल रिपोर्टिंग ऐप) के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में आगामी कार्ययोजना की समीक्षा की गई और नागरिकों को बेहतर सड़क सुविधाएँ प्रदान करने के उद्देश्य से विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री सिंह ने "लोकपथ" ऐप (पॉट होल रिपोर्टिंग ऐप) निर्माण की वर्तमान प्रगति के संबंध में जानकारी प्राप्त की एवं ऐप को शीघ्र ही कार्यान्वित करने के निर्देश दिये।

मंत्री श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस एप के सफल कार्यान्वयन के लिए पूर्ण समर्पण और तत्परता से कार्य करें। उन्होंने यह भी कहा कि इस पहल से न केवल सड़कों की स्थिति में सुधार होगा, बल्कि नागरिकों का विश्वास भी विभाग पर और अधिक बढ़ेगा।मंत्री श्री सिंह ने कहाँ की "लोकपथ" एप के उपयोग से न केवल गड्ढों की त्वरित मरम्मत संभव होगी, बल्कि इससे नागरिकों की भागीदारी भी सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहाँ की यह एप सड़क सूचना एवं प्रबन्धन प्रणाली के साथ सुरक्षा और यातायात की सुगमता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

बैठक में प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया गया कि इस एप के माध्यम से आम नागरिक अपने मोबाइल से गड्ढों की जियोटेग्ड फोटो खींच कर विभाग को सूचित कर सकेंगे। गड्ढों का फोटो जीपीएस लोकेशन के साथ संबंधित कार्यपालन यंत्री को प्राप्त होगा, जिससे गड्ढों की मरम्मत तेजी से और सही तरीके से की जा सकेगी।निर्धारित समय सीमा में गड्ढों की मरम्मत के बाद संबंधित यंत्री सुधार कार्य का फोटो पुनः मोबाइल एप से अपलोड करेंगे। इस प्रक्रिया के पूरा होने पर नागरिक को सूचना प्राप्त होगी, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सकेगी। इसके अलावा, राज्य स्तर पर शिकायतों की निगरानी और निराकरण की भी व्यवस्था की जाएगी ताकि सड़कों की गुणवत्ता में निरंतर सुधार हो सके।

बैठक में अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गई और सड़क प्रबंधन प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया। श्री सिंह ने कहा कि विभाग का उद्देश्य नागरिकों को सर्वोत्तम सुविधाएँ प्रदान करना है और इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।

प्रमुख सचिव लोकनिर्माण विभाग श्री डीपी आहूजा,ईएनसी श्री आरके मेहरा सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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