Posted on 18 Dec, 2020 4:21 pm

गमक में संत तुकराम चरित नाटक की प्रस्तुति आज

'गमक' श्रृंखला के अंतर्गत मराठी साहित्य अकादमी द्वारा 'संत तुकाराम चरित' नाटक मंचन 19 दिसम्बर, 2020 को सायं 6:30 बजे रवीन्द्र भवन, भोपाल में किया जा रहा है। मराठी भाषियों के अतिरिक्त हिन्दी भाषियों के भी समझ में आये इस उद्देश्य से नाटक के संवाद हिन्दी भाषा में हैं जबकि नाटक में गाये गये अभंग मराठी भाषा में ही हैं।

मराठी साहित्य अकादमी के निदेशक, श्री एच.आर. अहिरवार ने बताया कि संत तुकाराम महाराज देश के महान संत और कवि थे। उनके अभंग अंग्रेजी भाषा में भी अनुदित हैं। दुनिया भर के साहित्य में उनकी जगह असाधारण है। संत तुकाराम रचित काव्य एवं साहित्य सैकड़ों वर्ष बाद भी आम आदमी के मन में सीधे उतरते हैं। उन्होंने भक्ति आंदोलन की नींव डाली। संत तुकाराम अपने विचारों, आचरण और वाणी से अर्थपूर्ण तालमेल साधते थे। अपनी जिंदगी को परिपूर्ण करने वाले तुकाराम जनसामान्य को हमेशा कैसे जीना चाहिए की प्रेरणा देते हैं। उनकी 'अभंगवाणी' ऐहिक जीवन में ईश्वरीय साक्षात्कार का अनुभव है। इस नाटक का लेखन/निर्देशन श्री विकास चौहान, उज्जैन द्वारा किया गया है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

 

 

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