Posted on 02 Sep, 2022 6:06 pm

सुपोषित मध्यप्रदेश की संकल्पना को साकार बनाने के उद्देश्य से प्रदेश में पूरे सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जायेगा। संचालक महिला-बाल विकास श्री रामराव भोंसले ने बताया कि पोषण माह में जिला, परियोजना तथा आँगनवाड़ी स्तर पर सहयोगी विभागों के समन्वय से पोषण संबंधी गतिविधियाँ होंगी। उन्होंने बताया कि पोषण माह के लिये केन्द्र सरकार द्वारा "सशक्त-सबल नारी, साक्षर बच्चा, स्वस्थ भारत" थीम का निर्धारण किया गया है। इस दौरान महिला और स्वास्थ्य, बच्चा और शिक्षा-पोषण भी पढ़ाई भी, लिंग संवेदनशील, जल-संरचना और प्रबंधन तथा जनजातीय क्षेत्रों में महिलाओं एवं बच्चों के पारंपरिक भोजन आदि विषयों पर विभिन्न गतिविधियाँ होंगी।

श्री भोंसले ने बताया कि एक सितम्बर से प्रारंभ हुए पोषण माह में प्रदेश के सभी 97 हजार 135 आँगनवाड़ी केन्द्र पर प्रभात फेरी निकाली गई। साथ ही जिला एवं विकासखंड स्तर पर जन-प्रतिनिधियों और 'एडॉप्ट एन आँगनवाड़ी' कार्यक्रम के सहयोगियों को आँगनवाड़ी स्तर पर आमंत्रित कर सम्मानित किया गया।

संचालक श्री भोंसले ने बताया कि शुक्रवार को पोषण माह के दूसरे दिन महिलाओं एवं बच्चों में होने वाले एनीमिया की रोकथाम के लिए खाद्य विविधता के प्रति जन-समुदाय को जागरूक करने के उद्देश्य से राज्य शहरी एवं ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों के साथ पोषण चौपाल हुई। साथ ही आँगनवाड़ी केन्द्रों पर समुदाय से खाद्य सामग्री का पोषण मटका में संग्रहण कराया गया। जिला एवं विकासखंड स्तर पर कलेक्टर एवं अनुविभागीय अधिकारियों के नेतृत्व में "सुपोषित ग्राम-सुपोषित जिला" कार्यक्रम में आँगनवाड़ी केन्द्रों पर पोषण आहार प्रदाय कार्य में कार्यरत स्व-सहायता समूहों के साथ पोषण पर चर्चा की गई। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कुपोषित बच्चों, गर्भवती महिलाओं की जाँच और शालाओं में बच्चों के साथ "पोषण भी-शिक्षा भी" विषय पर चर्चा की गई।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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