Posted on 05 Sep, 2024 3:58 pm

जनजातीय वर्ग के समग्र विकास एवं कल्याण के लिये केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनायें एवं कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। शासन की विकास योजनाओं एवं कल्याणकारी कार्यक्रमों का सीधा लाभ एक ही स्थान से उपलब्ध कराने के लिये जनजातीय कार्य विभाग द्वारा एक नवाचारी कदम उठाया गया है। जनजातीय वर्ग के सभी आवेदकों/हितग्राहियों को सरकार की योजनाओं की जानकारी एवं लाभ पाने के लिये अब यहां-वहां पूछताछ नहीं करनी पड़ेगी। जनजातीय कार्य विभाग के सभी जिला एवं विकासखण्ड कार्यालयों में एक ‘समर्पित (हेल्प) डेस्क’ स्थापित की जायेंगी। यह समर्पित डेस्क सिंगल विन्डो की तरह काम करेंगी। समर्पित डेस्क के जरिये जनजातीय वर्ग के लोगों को सरकार की सभी योजनाओं एवं सेवाओं की जानकारी दी जाएगी। साथ ही आवेदकों से आवेदन भी लिये जायेंगे। जनजातीय कार्य विभाग के सभी सहायक आयुक्त कार्यालय एवं सभी जनजातीय ब्लॉक के विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) के कार्यालयों में यह समर्पित डेस्क स्थापित की जायेंगी। विभाग की उप सचिव सुश्री मीनाक्षी सिंह ने इन अधिकारियों को अपने कार्यालयों में समर्पित डेस्क (हेल्प) डेस्क स्थापित करने के निर्देश जारी कर दिये हैं। उन्होंने कहा है कि हेल्प डेस्क में एक सहायक (लिपिक) भी पदस्थ किया जाए।

निर्देशानुसार विभागीय अधिकारियों को अपने कार्यालय के बाहर सहज रूप से दृश्य स्थल पर एक बोर्ड लगाना होगा। इस बोर्ड पर "जनजातीय समुदाय के लोगों को सरकारी योजनाओं एवं सेवाओं के सुलभ क्रियान्वयन के लिये हेल्प डेस्क" लिखा जायेगा। इस डेस्क में पदस्थ सहायक का नाम एवं डेस्क का दूरभाष/मोबाइल नंबर भी इस बोर्ड में प्रदर्शित किया जायेगा। डेस्क का सहायक यहां आने वाले जनजातीय बंधुओं को उनके हितार्थ शासकीय योजनाओं एवं सेवाओं की अद्यतन जानकारी देगा। साथ ही आवेदकों को समुचित मार्गदर्शन देकर उनसे आवेदन-पत्र भी प्राप्त करेगा।

उप सचिव सुश्री सिंह ने अधिकारियों को अपने कार्यालय में हेल्प डेस्क का बोर्ड लगाकर इसका जिले एवं विकासखंडों में व्यापक प्रचार-प्रसार भी करने को कहा है, ताकि जनजातीय वर्ग के सभी लोग हेल्प डेस्क के जरिये सरकार की योजनाओं का अधिकतम लाभ ले सकें।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश