Posted on 10 May, 2020 7:19 pm

कलेक्टर श्री जनक प्रसाद पाठक ने लाकडाउन के कारण अन्य राज्यो में फंसे जिले के श्रमिकों के वापस आने की संभावना को देखते हुए जिले में बनाए गए क्वारेंटीन सेंटर के लिए प्रभारी व नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं। जारी आदेश के अनुसार आदिवासी विकास विभाग के द्वारा संचालित छात्रावासों को क्वारेंटीन भवन के लिए चिन्हांकित किया गया है। कवारेंटीन सेंटर से संबंधित अनुविभाग के अनुभागीय दण्डाधिकारी को अनुविभाग स्तर के नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा तहसील स्तर पर तहसीलदा, विकासखण्ड स्तर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद और नगरी निकाय स्तर के लिए नगर पालिका अधिकारी नोडल होंगे। संबंधित छात्रावास के अधीक्षक को प्रभारी अधिकारी और अन्य विभागों के अधिकारियों को क्वारेंटीन सेंटर का बनाया गया है।

      क्वारेंटीन सेंटर की साफ-सफाई, पेयजल व्यवस्था, शौचालय स्वच्छता आदि के लिए भी कर्मचारियो को तैनात करने के निर्देश दिए गए है। क्वारेंटीन सेंटर के नोडल अधिकारियों को सेंटर में रखे गए लोगों के संबंध में पूरी जानकारी पंजी में संधारित करने कहा गया है। भारत सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग की एडवायसरी के अनुसार सोशल/फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाकर ड्यूटी करने आदि के संबंध में भी निर्देश दिए गए हैं। जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि सेंटर के अंदर किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश निषेध रहेगा। महिला एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था होगी। कोरोना संक्रमण के संभावित लक्षण दिखने पर उस व्यक्ति को अन्य व्यक्तियों से अलग रखा जाएगा। शौचालय आदि के लिए बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी। परिसर में ही महिला एवं पुरूषो के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था रहेगी। भोजन के लिए पत्तल व डिस्पोजल ग्लास का उपयोग किया जाएगा। भोजन के पश्चात इन डिस्पोजल सामग्रियों को डीप बरियल विधि से निष्पादन करने के निर्देश दिए हैं। क्वॉरेंटीन सेंटर में ड्यूटी कर रहे अधिकारियों कर्मचारियों को मास्क लगाने, सैनिटाइजर का उपयोग करने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए स्वयं को सुरक्षित रखने कहा गया है। क्वारेंटिन सेंटर में सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया जा रहा है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़