Posted on 11 Nov, 2017 11:15 am

 

मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देश पर एनसीईआरटी द्वारा कक्षा-3, 5 व 8 में नियमित रुप से करवाया जाने वाला राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे इस वर्ष पूरे देश में एक साथ 13 नवम्बर 2017 को करवाया जा रहा है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा इस दिवस को 'आकलन दिवस' घोषित किया गया है।

राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण, बड़े पैमाने पर किया जाने वाला सैंपल आकलन है। एनसीईआरटी द्वारा यह सर्वे प्रामाणिक प्रक्रिया अनुसार कराया जाता है। इसलिए इसके परिणाम सर्वमान्य होते हैं। राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे (NAS) एक परीक्षा नहीं है, अपितु यह शिक्षा प्रणाली की सामान्य जांच प्रक्रिया है। सर्वे परिणाम के आधार पर शिक्षा की गुणवत्ता सुधार हेतु संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा की जाती है और सुधार हेतु नीतिगत निर्णय लिए जाते हैं। इस वर्ष आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे के परिणामों के आधार पर प्रांरभिक शिक्षा के क्षेत्र में लघु अवधि, मध्यावधि एवं दीर्घ अवधि सुधार प्रस्तावित किए जाएंगे। इस योजना के अंतर्गत चरणबद्ध रुप से मार्च 2018 से शिक्षण प्रक्रियाओं में सुधार हेतु, मार्च 2019 तक शिक्षण सहायक सामग्री तथा योजना निर्माण हेतु एवं मार्च 2021 तक पाठ्यक्रम एवं शिक्षक, शिक्षा तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों की समीक्षा एवं सुधार हेतु कार्यवाही की जाएगी।

मध्यप्रदेश में इस सर्वे कार्य के सुचारु संचालन के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर सभी तैयारियॉ पूर्ण की गई हैं। विकासखंड स्तर पर आब्जर्वर के लिए ऐसे अधिकारियों की नियुक्ति के निर्देश भी शासन स्तर से दिए गए हैं, जो शिक्षा विभाग से संबद्ध ना हों। प्रदेश के राज्य समन्वयक एवं सभी 51 जिलों के जिला समन्वयकों का प्रशिक्षण एनसीईआरटी (NCERT) द्वारा किया गया है। इसमें सर्वे की निष्पक्षता एवं पारदर्शिता को दृष्टिगत रखते हुए प्रत्येक फील्ड इन्वेस्टिगेटर सहित हर स्तर पर कार्य करने वाले व्यक्तियों के दायित्व और सर्वे अंतर्गत टेस्ट एडमिनिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा कि गई और शंकाओं का समाधान किया गया। शाला में जाकर टेस्ट एडमिनिस्ट्रेशन का कार्य फील्ड इन्वेस्टिगेटर (FI) द्वारा किया जाएगा। इनका चयन और प्रशिक्षण का कार्य भी संबंधित ज़िला शैक्षिक प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) द्वारा पूर्ण कर लिया गया है। सर्वे सामग्री के सीलबंद पैकेट राज्य स्तर से जिले को तत्पश्चात शाला को उपलब्ध कराये जा रहें हैं। सर्वे के दिन सभी फील्ड इन्वेस्टिगेटर को आवंटित शाला में पहुँचाना सुनिश्चित करने और आकस्मिक स्थिति में रिजर्व फील्ड इन्वेस्टिगेटर की व्यवस्था भी की गई है ।

सर्वे निर्धारित मानक प्रक्रिया अनुसार संपादन सुनिश्चित करने हेतु जिले तथा ब्लाक स्तर के अधिकारियों को नियुक्त किया गया है, वे 13.11.17 को शाला में जाकर टेस्ट एडमिनिस्ट्रेशन की प्रक्रिया का अवलोकन करेंगे।

इस वर्ष उपलब्धि सर्वे के परिणाम जल्दी प्राप्त हों, इस अपेक्षा से ओएमआर शीट के माध्यम से बच्चों के उत्तर (Responce) प्राप्त किए जाएंगे। ओएमआर शीट की स्केनिंग कर डाटा फाइल एनसीईआरटी के पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। इसकी राज्यवार के साथ जिलेवार रिपोर्ट भी प्राप्त होगी। पूर्व NAS सर्वे में यह राज्यवार प्राप्त होती थी। इस रिपोर्ट के आधार पर विश्लेषण कर अकादमिक गेप्स की पहचान कर सकेंगे और सुधार हेतु प्रयास करेंगे।

सर्वे हेतु शालाओं का चयन एनसीईआरटी द्वारा रैंडम प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है। कक्षा 3, 5 एवं 8 में प्रत्येक कक्षा के अधिकतम 30 बच्चों का टेस्ट लिया जायेगा और विद्यार्थी प्रश्नावली भरी जाएगी। इसके साथ ही पढ़ाने वाले शिक्षकों से शिक्षक प्रश्नावली एवं प्रधानाध्यापक से शाला प्रश्नावली भरवाई जाएगी। प्रदेश में NCERT द्वारा प्रत्येक जिले में चयनित (Sampled) कक्षा 3 के 61 विद्यालय, कक्षा 5 के 61 विद्यालय तथा कक्षा 8 के 51 विद्यालय अर्थात एक जिले में कुल 173 विद्यालयों में सर्वे होगा । इस सर्वे में कक्षा-3 के लगभग 56000, कक्षा-5 के 65000 एवं कक्षा-8 के 78000 बच्चे सम्मिलित होंगे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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