Posted on 12 Dec, 2017 12:22 pm

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा कैचमेंट क्षेत्र के जिलों में आगामी 2 जुलाई को एक ही दिन में 8 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने नर्मदा सेवा समितियों और आम नागरिकों का आह्वान किया कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए आगे आएं और पौधे लगाने तथा उनकी रक्षा करने के लिए संकल्पित हों। कार्यक्रम में मौजूद विशाल जनसमूह ने जनघोष करते हुए इस संकल्प के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।

श्री चौहान आज जबलपुर में भेड़ाघाट में नर्मदा सेवा यात्रा की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित भव्य समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक वर्ष पूर्व एक संकल्प के साथ नर्मदा सेवा यात्रा शुरू हुई थी और गांव-गांव में गठित नर्मदा सेवा समितियों तथा आम नागरिकों ने पूरी आस्था के साथ यात्रा के दौरान अपना योगदान दिया था। श्री चौहान ने कहा कि सरकार गंदे मल-जल को नर्मदा में मिलने से रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के लिए संकल्पबद्ध है। इसके लिए नर्मदा तट के शहरों में ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे और शुद्ध किए हुए पानी को खेतों और बगीचों में प्रवाहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा तट के अन्य शहरों में ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए 14 सौ करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए हैं जिनका काम मार्च में शुरू हो जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा के दोनों तटों के ज्यादातर गांव ओडीएफ हो चुके हैं। शेष रह गए गांवों को भी शीघ्र ही ओडीएफ बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा तट के 16 जिलों सहित अन्य नगरों में भी 4 हजार मुक्तिधाम बनाए गए हैं तथा अगले साल 8 हजार मुक्तिधाम बनाए जाएंगे।

इस साल 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फलदार वृक्षारोपण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों का आह्वान किया कि खेतों में फलदार वृक्ष लगाने की दिशा में पहल करें। इस साल 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फलदार वृक्ष लगाने का लक्ष्य है। उन्होंने तालाबों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि नर्मदा के पूरे कैचमेंट एरिया में तालाबों की श्रृंखला बनाई जाएगी। छ: सौ तालाबों का निर्माण कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने किसानों से अपेक्षा की कि वे भी मेढ़-बंधान के जरिए पानी रोकने के जतन करें। श्री चौहान ने कहा कि चुनिंदा फसलों को बारम्बार बोना खेती के लिए नुकसानदेह होता है। फसलें बदल-बदलकर बोयी जाना अधिक हितकर साबित होगा। उन्होंने किसानों को जैविक खेती के साथ उद्यानिकी और पशुपालन को अपनाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि सरकार किसानों को इस दिशा में प्रोत्साहित करने के लिए जरूरी कदम उठाएगी।

नर्मदा के तटों पर चलेगा नशामुक्ति अभियान

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने रेत खनन की नीति में बदलाव किया है। अब रेत खदानें ठेकेदारों को नीलाम नहीं की जाएगी। पंचायतों को रेत खनन संबंधी अधिकार सौंपे गए हैं। रायल्टी भी घटाई गई है। जल्दी ही निर्धारित खदानों से वैधानिक रूप से रेत लेने का सिस्टम ऑनलाइन किया जाएगा। नर्मदा तटों की शराब दुकानें बंद किए जाने की दिशा में भी कदम उठाए गए हैं। दोनों तटों पर नशामुक्ति का अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि नशामुक्ति अभियान की सफलता के लिए समाज को भी आगे आना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा जयंती पर 20 से 27 जनवरी तक नर्मदा तटों पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान तटों को साफ-सुथरा और घाटों को सुंदर बनाने एवं पौधे लगाने में सभी को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी नर्मदा सेवा यात्रा के लक्ष्य पूरी तरह हासिल नहीं हुए हैं। मूल उद्देश्यों को पूरा करने के लिए सतत् प्रयास जारी रखने होंगे। मुख्यमंत्री के आह्वान पर उपस्थित जनसमूह ने नर्मदा के संरक्षण, पौधारोपण, जल स्वच्छता, प्रदूषण की रोकथाम और जैविक खेती एवं कृषि वानिकी को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव प्रयास करने का संकल्प लिया। आरंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सपत्नीक धुंआधार पहुंचकर विधिवत् माँ नर्मदा नदी का जलाभिषेक किया। तदुपरान्त मुख्यमंत्री ध्वज लेकर और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान सिर पर कलश लिए हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।

किसानों एवं सरपंचों को दिये प्रशस्ति-पत्र

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उन्नत कृषि तकनीकों का उपयोग तथा कृषि में नवाचार करने वाले किसानों और पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त कराने वाले सरपंचों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने जबलपुर के डुमना नेचर पार्क के समीप ग्राम गधेरी में 2 करोड़ रुपये की लागत से नवीन तालाब निर्माण कार्य का शुभारंभ किया।

कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार सांसद श्री प्रहलाद पटेल, म.प्र. गौपालन एवं पशुपालन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद, नर्मदा सेवा यात्रा के प्रदेश संयोजक डॉ जितेन्द्र जामदार, साध्वी प्रज्ञा भारती, महापौर डॉ स्वाति गोडबोले, जिला पंचायत अध्यक्ष मनोरमा पटेल, विधायक ज्ञी अंचल सोनकर, सुश्री प्रतिभा सिंह एवं सुश्री नंदिनी मरावी, श्री विनोद गोंटिया, म.प्र. खनिज विकास निगम अध्यक्ष शिव चौबे, म.प्र.पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री एस.के. मुद्दीन, महाकौशल विकास प्राधिकरण अध्यक्ष श्री प्रभात साहू, उपाध्यक्ष जन-अभियान परिषद् श्री प्रदीप पाण्डे, भेड़ाघाट नगर परिषद् अध्यक्ष सुश्री शैला जैन, शहपुरा मण्डी अध्यक्ष श्री नीरज सिंह के अन्य विभिन्न धर्मों के धर्मगुरू भी मौजूद थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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