Posted on 29 Jun, 2019 5:18 pm

नागरिकों को नगरपालिका नहीं आना पड़े, यही सबसे अच्छी स्थिति होगी। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के महानिदेशक श्री आर. परशुराम ने "ट्रेनिंग नीड एसेसमेंट" वर्कशाप में यह बात कही। उन्होंने कहा कि नागरिकों को ऐसी सुविधा मिले कि उनके सभी कार्य घर बैठे हो सकें।

श्री परशुराम ने कहा कि अधिकारियों में आपसी समन्वय रहे। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन और रिव्यू करने की भी प्रवृत्ति होना चाहिए। प्रशिक्षण के बाद अधिकारियों को काम पर फोकस करने में मदद मिलेगी। श्री परशुराम ने बताया कि निर्वाचित नगरीय निकाय प्रतिनिधियों को भी प्रशिक्षित किया जायेगा।

प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री संजय दुबे ने कहा कि अधिकारियों को प्रशासन की नवीन विधाओं से अवगत कराने के लिये सतत प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि नागरिकों को जन्म प्रमाण-पत्र से लेकर मृत्यु प्रमाण-पत्र देने तक की जिम्मेदारी नगरीय निकायों की है। श्री दुबे ने कहा कि नागरिकों की अपेक्षाएँ बहुत हैं। इन अपेक्षाओं को सीमित संसाधनों में पूरा करना एक चुनौती है। प्रशिक्षण में इन चुनौतियों से सहजता से निपटने के तरीके भी बताये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण से कार्य-कुशलता में निखार आता है। प्रमुख सचिव ने कहा कि पूरी गंभीरता से प्रशिक्षण लें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का लाभ प्रशिक्षुओं के साथ ही नागरिकों को भी मिलना चाहिए।

वर्कशाप में एनआईटीटीटीआर के डीन प्रो. बी.एल. गुप्ता, कंसल्टेंट श्री एच.एम. मिश्रा और प्रमुख सलाहकार श्री गिरीश शर्मा ने भी संबोधित किया। वर्कशाप में इंटर और इंट्रा ग्रुप डिस्कशन भी हुए।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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