Posted on 05 Dec, 2017 8:10 pm

इंदौर में 1113 हैक्टेयर भूमि पर मल्टी प्रोडक्ट स्पेशल इकॉनामिक जोन (एसईजेड) विकसित किया गया है। एस.ई.जेड. में 49 इकाइयों में 3820 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। इन इकाइयों के माध्यम से 19 हजार 300 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार मिला है। इसके साथ ही, इंदौर में 7.99 हैक्टेयर भूमि पर करीब 200 करोड़ रुपये की लागत से आई.टी.एस.ई.जेड. स्थापित किया गया है।

आई.टी. कंपनियों एवं उद्योगों के लिये 43 हजार 245 वर्ग मीटर में वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा 'रेडी टू यूज' अधोसंरचना क्षेत्र निर्मित किया गया है। इसमें से 33,022 वर्ग मीटर निर्मित क्षेत्र विभिन्न इकाईयों को आवंटित किया जा चुका है। इस क्षेत्र में आई.टी. से जुड़ी 12 औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन शुरू हो गया है। इनमें लगभग 2500 व्यक्तियों को रोजगार मिला है। वर्ष 2016-17 में आई.टी. पार्क से लगभग 200 करोड़ रुपये का निर्यात भी किया गया।

उद्योग निवेश संवर्द्धन सहायता योजना

उद्योग निवेश संवर्द्धन सहायता योजना में वर्ष 2016-17 में वृहद उद्योगों के 426 क्लेम प्रकरणों में 1291 करोड़ रुपये का वित्तीय लाभ विभिन्न सहायता योजना में उपलब्ध करवाया गया है। वर्ष 2017-18 में 30 सितम्बर 2017 तक वृहद उद्योगों के 82 क्लेम प्रकरणों में 323 करोड़ 37 लाख रुपये का वित्तीय लाभ विभिन्न सहायता योजना में पात्र वृद्धजनों को उपलब्ध करवाया गया है।

मध्यप्रदेश ट्रायफेक सेवा नियम

मध्यप्रदेश ट्रेड एण्ड इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन कारपोरेशन लिमिटेड एवं उसकी सहायक कम्पनी मध्यप्रदेश औद्योगिक केन्द्र विकास निगम, भोपाल, इंदौर जबलपुर, रीवा, सागर, उज्जैन एवं इण्डस्ट्रियल इन्फ्रास्टक्चर डेव्हलपमेंट कारपोरेशन, ग्वालियर की एकीकृत संगठनात्मक संरचना का अनुमोदन किया गया है। इसी के साथ एम.पी. ट्रायफेक में उसकी 7 सहायक कम्पनियों को कम्पनी अधिनियम में विलय और संविलियन की सैद्धांतिक स्वीकृति भी प्रदान की गई है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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