Posted on 21 Jun, 2020 12:48 pm

प्रदेश सरकार द्वारा मनरेगा के तहत रोजगार सेतु एप में पंजीयन कराने से अपने गाँव लौटे मजदूरों को अपनी ग्राम पंचायत में ही रोजगार मिलने लगा है। प्रदेश की 22 हजार 219 ग्राम पंचायतों में एक लाख 91 हजार 299 कार्य चल रहे हैं। इनमें 23 लाख 4 हजार 588 मजदूरों को 1224 करोड़ 18 लाख की राशि का भुगतान किया जा चुका है।

इसी अनुक्रम में मुरैना जिले के ग्राम पंचायत कट्टोली में कार्य कर रहे राहुल जाटव ने बताया कि वे महाराष्ट्र के पूना शहर में पत्थर कटिंग का कार्य कर परिवार का भरण-पोषण करते थे किन्तु लॉकडाउन के कारण काम बंद होने से उनके सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया था। जैसे-तैसे वे अपने घर वापस आ गये पर यहाँ आने के बाद तरह-तरह के ख्याल आने लगे आखिर अपने गांव में ऐसा क्या है, जिससे परिवार का भरण-पोषण किया जा सके। ग्राम पंचायत के सचिव ने उसे बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रवासी श्रमिकों और स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए गांव में जल संरक्षण, ट्रेंच खुदाई, खेत तालाब निर्माण, आरसीसी सड़क निर्माण सहित अन्य कार्य प्रारंभ कराए जा रहे हैं। मनरेगा के तहत गांव में ही लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। रोजगार सेतु पोर्टल पर अपना आवेदन ऑनलाइन करा दिया। पंजीयन होने के बाद ग्रामीणों के लिए मनरेगा योजना रोजगार के लिए वरदान बन गई। इन कार्यों के प्रारंभ होने से स्थानीय ग्रामीणों और प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मुहैया हुआ है। इससे उन्हें भी कार्य मिलने लगा। अब तो गांव में ही रोजगार मिलने से रोजी-रोटी का संकट दूर हो गया है।

राहुल जाटव ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद देते हुए कहा कि ग्राम पंचायत में ही रोजगार मिल जाने से वे और उनका परिवार बेहद खुश है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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