Posted on 13 May, 2020 7:35 pm

आदिम जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह ने आज कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन की स्थिति के बारे में 4 जिलों देवास, धार, आगर-मालवा और रायसेन कलेक्टर्स से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा की। चर्चा में क्राईसेस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य भी शामिल हुए।

मंत्री सुश्री मीना सिंह ने जिला कलेक्टर्स से उनके जिले में प्रवासी मजदूरों के रोजगार, व्यवसायिक गतिविधियों के संचालन, समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी की व्यवस्था, दवाइयों एवं चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की। मंत्री सुश्री मीना सिंह ने कलेक्टरों से कहा कि जिले में कोरोना से बचाव के लिये जन-सामान्य से सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराया जाये। उन्होंने इन जिलों में बैंकिंग गतिविधियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। आदिम जाति कल्याण मंत्री ने 17 मई के बाद इन जिलों में लॉकडाउन को जारी रखने के संबंध में उनकी राय ली। जिला पुलिस अधीक्षकों ने जिले में कानून व्यवस्था की जानकारी से अवगत कराया। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित मनरेगा के कार्यों के बारे में भी चर्चा हुई। आदिम जाति कल्याण मंत्री ने मनरेगा के माध्यम से जरूरतमंदों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के निर्देश जिला कलेक्टर्स को दिये।

प्रमुख सचिव आदिम जाति कल्याण श्रीमती पल्लवी जैन गोविल ने जिला कलेक्टरों से उनके जिले में स्वास्थ्य कार्यक्रमों विशेषकर बच्चों के टीकाकरण को नियमित किये जाने के लिये कहा। क्राईसेस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य ने संक्रमण के दौर में बैंकों में छोटी राशि के भुगतान के लिये लगने वाली भीड़ से बचने के लिये डोर-टू-डोर व्यवस्था करने के संबंध में सुझाव दिये। बैठक में स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से किये जा रहे कार्यों की भी जानकारी दी गई।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश