Posted on 10 Jan, 2019 5:36 pm

 

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने 15 जनवरी से प्रदेश में शुरू हो रहे मीजल्स-रुबैला अभियान की तैयारियों की स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 9 माह से 15 वर्ष आयु तक के 2 करोड़ 35 लाख लाख बच्चों का एमआर टीकाकरण किये जाने के इस अभियान की सफलता तभी सुनिश्चित होंगी, जब कोई भी बच्चा टीकाकरण से नहीं छूटे।

मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि अभिभावकों को मीजल्स-रुबैला टीकाकरण के फायदों से अवगत करवाया जाये। उन्होंने बताया कि मीजल्स-रुबैला एक जानलेवा रोग है, जो वायरस द्वारा फैलता है। इससे शरीर के कई अंग प्रभावित होते हैं। इसी प्रकार रुबैला एक संक्रामक रोग है, यह भी वायरस द्वारा फैलता है। इसमें अंधापन, बहरापन आदि घातक बीमारियाँ का जनक होता है। मीजल्स और रुबैला का टीकाकरण इन दोनों घातक बीमारियों से बच्चे को सुरक्षित रखता है। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि रोग के लक्षण और रोगों से बचाव के लिए टीकाकरण के फायदों की जानकारी जन-जन तक पहुँचायी जाये जिससे अभिभावक अपने बच्चों का टीकाकरण करवाने के लिये आगे आये।

मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, महिला बाल-विकास, शिक्षा विभाग के सहयोग से अभियान को संचालित किया जाये। उन्होंने कहा कि शासकीय विभागों के साथ अभियान से जन-प्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और अभिभावकों को भी जोड़ा जाये, जिससे सफलता सुनिश्चित हो सके। श्री सिलावट ने कहा कि राज्य स्तर पर स्थापित फोन नं. 0755-2552905 का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये।

मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि मीजल्स-रुबैला अभियान का उद्देश्य मीजल्स-रूबेला पीड़ितों की संख्या को जीरो करना है। उन्होंने कहा कि अभियान की ग्राम स्तर से लेकर राज्य स्तर तक बेहतर तैयारियाँ की जाये।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश