Posted on 12 Jul, 2019 1:30 pm

प्रदेश के ग्रामीण अंचल में पेयजल व्यवस्था के लिये जन-भागीदारी आधारित नल-जल योजना कारगर सिद्ध हुई है। मंदसौर जिलेके सीतामऊ विकासखण्ड के ग्राम पायाखेड़ी और कुशालपुरा में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की इस योजना के माध्यम से घर-घर नल कनेक्शन दिये गये हैं। अब ग्रामीण महिलाओं को पानी के लिये बाहर नहीं जाना पड़ता। आवश्यकता के अनुसार पानी घर में ही प्रतिदिन मिलने लगा है।

ग्राम पायाखेड़ी और कुशालपुरा में कुल 350 परिवार रहते हैं। ये दोनों गाँव चम्बल नदी के डूब क्षेत्र के किनारे बसे हैं। इन गाँवों में जमीनी जल स्तर बहुत नीचे चले जाने के कारण पिछले गर्मी के मौसम में भीषण जल संकट पैदा हो गया था। ग्रामीण महिलाओं को पानी लाने के लिये गाँव के बाहर भी जाना पड़ता था।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के स्थानीय अमले ने ग्रामसभा में बताया कि ग्रामवासी जन-सहयोग से राशि एकत्रित कर जन-भागीदारी आधारित नल-जल योजना के माध्यम से पेयजल की समस्या से स्थायी रूप से मुक्ति पा सकते हैं। ग्रामीणों ने 2 लाख 10 हजार रुपये एकत्रित कर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को सौंपे। विभागीय अमले ने 69.83 लाख की कार्य-योजना बनाकर 67.23 लाख स्वीकृत किये। इस राशि से ग्राम कुशालपुरा में 12 मीटर ऊँची 70 हजार लीटर क्षमता की उच्च-स्तरीय पेयजल टंकी का निर्माण कराया गया। दोनों गाँव में घर-घर नल कलेक्शन दिये गये। अब इन गाँव के सभी परिवार पेयजल संकट से मुक्त हो चुके हैं।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​

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