Posted on 03 Mar, 2022 8:43 pm

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि हिंदी के प्रसार के लिए हिंदी राजदूत तैयार किए जाएँ। उन्होंने कहा कि वंचित और पिछड़े वर्गों में ज्ञान का प्रकाश और विकास की धारा प्रवाहित करने में हिंदी का सहयोग लिया जाना चाहिए। युवाओं में हिंदी के प्रति आकर्षण को और अधिक मज़बूत बनाने के प्रयासों पर भी बल दिया जाना चाहिए।

राज्यपाल श्री पटेल आज राजभवन में राष्ट्रभाषा प्रचार समिति और पं. रवि शंकर शुक्ल न्यास की परिचयात्मक बैठक को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने समिति की मासिक पत्रिका अक्षरा के फरवरी अंक का विमोचन भी किया।

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि समिति और न्यास की बैठक राजभवन में प्रति छमाही की जाए। उन्होंने कहा कि कार्य और व्यवहार में राष्ट्रभाषा के उपयोग को और अधिक बढ़ाने के लिए युवाओं को प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाए। समिति द्वारा प्रयास किया जाए कि शिक्षण संस्थाओं और विश्वविद्यालयों के पुस्तकालयों में हिंदी भाषा की पुस्तकें सहज सुलभ हो।

बैठक में बताया गया कि न्यास की गतिविधियों का संचालन जन-सहयोग और शासन द्वारा प्राप्त अनुदान से किया जाता है। अक्षरा पत्रिका को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा शोध पत्रिका के रूप में मान्यता दी गई है। स्वागत उद्बोधन अध्यक्ष श्री सुख देव प्रसाद दुबे ने दिया। आभार प्रदर्शन मंत्री संचालक श्री कैलाश चंद्र पंत ने किया। न्यास की गतिविधियों का प्रस्तुतिकरण निदेशक श्री जवाहर कर्नावट ने किया। प्रारंभ में राज्यपाल का मंत्रीगण, पूर्व सांसद उपाध्यक्ष श्री रघुनंदन शर्मा ने स्वागत किया।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश