Posted on 05 Jan, 2019 7:05 pm

 

बिजली सेक्टर के लिए आज बड़े गौरव की बात है क्योंकि इतिहास में पहली बार बिजली की एक दिन की अधिकतम माँग 14,050 मेगावॉट के ऊपर पहुँच गई है। बेहतर प्रबंधन और बिजली सेक्टर के सुदृढ़ नेटवर्क के कारण इस बिजली की माँग की पूर्ति सफलता से की गई। आज से  देश में बिजली की माँग 14 हजार मेगावॉट के ऊपर की माँग की सफलता से पूर्ति करने वाले राज्यों में हमारा मध्यप्रदेश भी शामिल हो गया है।

ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री आई.सी.पी. केशरी, एम.पी. पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक, तीनों विद्युत वितरण कंपनियों के अध्यक्ष श्री संजय कुमार शुक्ल और पावर मैनेजमेंट, पावर जनरेटिंग और पावर ट्रांसमिशन कंपनी, पूर्व क्षेत्र, मध्य क्षेत्र और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।

एम.पी. पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक श्री शुक्ल ने बताया कि रबी सीजन में 37 दिन  बिजली की माँग 13 हजार मेगावॉट से ऊपर दर्ज हुई, जिसकी सफलता से आपूर्ति की गई। पिछले वर्ष आज ही के दिन 5 जनवरी 2018 को अधिकतम माँग 11 हजार 874 मेगावॉट दर्ज हुई थी, जिसकी तुलना में इस वर्ष लगभग 2,200 मेगावॉट से ज्यादा की वृद्धि हुई। बिजली की माँग में वृद्धिहोने का मुख्य कारण कृषि क्षेत्र में 10 घंटे सतत् और गुणवत्तापूर्ण बिजली की सप्लाई है। पूर्व वर्षों की तुलना में कृषि क्षेत्र के बढ़ने के साथ सिंचित क्षेत्र का बढ़ना, शहरों की बसाहट बढ़ना, नागरिकों के जीवन-स्तर मे वृद्धि होना भी महत्वपूर्ण तथ्य हैं।

प्रदेश के पश्चिम क्षेत्र में पहली बार बिजली की माँग 5,454 मेगावॉट दर्ज

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (इंदौर और उज्जैन) में रबी सीजन में दिसंबर माह में अधिकतम 5,454 मेगावॉट बिजली की माँग दर्ज हुई है। वहीं मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (भोपाल और ग्वालियर) में 4,736 मेगावॉट एवं पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (जबलपुर, सागर और रीवा) में 3,797 मेगावॉट बिजली की माँग दर्ज हुई है।  

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​