Posted on 15 Aug, 2019 3:59 pm

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस को देश की सर्वाधिक प्रौद्योगिकी सम्पन्न और तकनीकी रूप से दक्ष पुलिस बनाने के लिये प्रयास किये जायेंगे। इसके लिये बजट की कमी नहीं होगी। मुख्यमंत्री आज यहाँ निवास पर उत्कृष्ट सेवाओं के लिये सम्मानित मैडल विजेता पुलिस अधिकारियों और उनके परिजनों को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की चुनौतियाँ बढ़ते जाती हैं। अब अपराध भी नये स्वरूपों में सामने आते हैं। आतंकवाद भी नये रंग रूप धरता है। एक राज्य से दूसरे राज्य और एक जिले से दूसरे जिले में अपराधों का स्वरूप बदल जाता है। इसी लिये पुलिस को भी लगातार सतर्कता और दक्षता की जरूरत है। उन्होने कहा कि पुलिस सरकार का चेहरा होती है। इसलिये समाज में रक्षा और सुरक्षा का काम करते हुए मूल्यों की भी रक्षा का काम करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत मूल्यों, संस्कृति और सभ्यता का देश है। अनेकता में एकता यहां की सांस्कृतिक पहचान है। पुलिस बल या अन्य कोई भी सैन्य बल हों, वे विविधता के प्रतीक हैं । एक ही उद्देश्य के लिये विभिन्न समाजों, धर्मों, सम्प्रदायों के जवान एकसूत्र में बंधकर अपना कर्तव्य निभाते हैं।

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि पुलिस के सामने चुनौती है कि वह निरंतर बदलती टेक्नालॉजी को कैसे अपनाये। जब चुनौतियाँ बदलते रहती हैं, तो उनका मुकाबला करने के लिये नवीनतम टेक्नालॉजी का उपयोग भी जरूरी है। फेशियल रिकगनीशन जैसी टेक्नालॉजी को स्थापित करना जरूरी हो गया है।

पुलिस महानिदेशक श्री वी.के. सिंह ने उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि वीरतापूर्ण कार्य के लिये 18 पुलिस कर्मियों को क्रम से पहले पदोन्नति दी गई है। डायल 100 सेवा के माध्यम से 70 लाख लोगों को मदद मिली है। नक्सल समस्या पर नियंत्रण कर लिया गया है। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं मैडल विजेता पुलिस अधिकारी और उनके परिजन उपस्थित थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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