चौथे चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ाने चलायें "चलें बूथ की ओर" अभियान
Posted on 11 May, 2024 8:53 pm
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री अनुपम राजन ने चतुर्थ चरण में जिन संसदीय क्षेत्र में मतदान होना है, उनसे संबंधित जिलों के कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि सभी विभागों के समन्वय से "चलें बूथ की ओर" अभियान गंभीरता पूर्वक चलाएं। उन्होंने कहा है कि मतदान के एक दिन पहले 12 मई को प्रत्येक मतदान केंद्र के क्षेत्र में रैली की जाए, जिससे मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया जा सके।
श्री राजन ने कहा है कि मतदाता पर्ची एवं वोटर गाईड का विधिवत वितरण कराया जाये। इसे भी एक उत्सव का स्वरूप दिया जाकर इसमें पीले चावल इत्यादि मतदाताओं को देकर मतदान के लिए आमंत्रित किया जाएं। नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छता वाहनों के माध्यम से उद्घोषणा कराकर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में कोटवारों के माध्यम से डोंडी पिटवाकर मतदान की तिथि, समय तथा आवश्यक 13 दस्तावेजों की जानकारी दी जाएं। यह जानकारी मतदान के एक दिवस पूर्व तथा मतदान दिवस के दिन भी दी जाएं।
लोकसभा निर्वाचन 2024 अन्तर्गत प्रथम तथा द्वितीय चरण के मत प्रतिशत से यह स्पष्ट है कि महिला मतदाता प्रतिशत पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। अतः महिला एवं बाल विकास विभाग स्वास्थ्य विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, स्व-सहायता समूह आदि के माध्यम से महिलाओं के बीच निरंतर मतदाता जागरूकता संबंधी गतिविधियां आयोजित की जानी चाहिए। मतदान दिवस पर प्रातः 9 बजे तथा 11 बजे जिला निर्वाचन अधिकारी /रिटर्निंग ऑफिसर के स्तर पर मत प्रतिशत की लोकसभा निर्वाचन-2019 से तुलना / समीक्षा आवश्यक है। यदि चिन्हित मतदान केन्द्रों में मत प्रतिशत में गिरावट पाई जाती है तो पूर्व निर्धारित टीम, जिसकी चुनाव में कोई अन्य ड्यूटी नहीं लगी है, उन्हें क्षेत्र में भेज कर मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के प्रयास किये जाएं। मतदान दिवस को स्वच्छता वाहनों के माध्यम से व अन्य शासकीय वाहन (जो उपलब्ध हो) के माध्यम से अधिक से अधिक मतदान करने के लिए प्रचार किये जाने की आवश्यकता है।
श्री राजन ने कहा है कि, की जा रही गतिविधियों का प्रिन्ट / सोशल मीडिया / Influencer के माध्यम से प्रचार-प्रसार भी करें।
चौथे चरण में 13 मई को संसदीय क्षेत्र देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन और खंडवा में मतदान होना है।
साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश