Posted on 20 Mar, 2022 2:54 pm

समुदाय के स्वास्थ्य एवं पोषण विषयों पर भागीदारी एवं "सुपोषित भारत" के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रदेश में 21 से 27 मार्च 2022 तक "स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा" के आयोजन होंगे। स्पर्धा का उद्देश्य 0 से 6 वर्ष की आयु वर्ग के पोषण स्तर में सुधार लाना और बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित मुद्दों के साथ बड़े पैमाने पर समुदाय का भावनात्मक जुड़ाव पैदा करना है। साथ ही आँगनवाड़ी सेवाओं से छूटे क्षेत्र के 6 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों को भी अभियान में सम्मिलित कर समाज के सभी वर्गों और क्षेत्रों में बच्चों के पोषण के प्रति परिवार एवं समुदाय को जागरूक करना एवं स्वस्थ रहने के लिए परिवार एवं बच्चों में स्पर्धा की भावना को बढ़ावा देना है।

संचालक महिला-बाल विकास डॉ. रामराव भोंसले ने बताया कि केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार प्रदेश के सभी जिलों के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली स्पर्धा आँगनवाड़ी केन्द्र, पंचायत, स्कूल, विशेष कैम्प, स्वास्थ्य केन्द्र, घर आदि में की जाएगी। इसकी प्रविष्टि पोषण ट्रेकर एप के ऑनलाइन मॉड्यूल पर दर्ज की जाएगी।

स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा में प्रथम 2 दिवस सुबह 9 से शाम 5 बजे के मध्य आँगनवाड़ी पर ही बच्चों का शारीरिक माप किया जायेगा। इसके अतिरिक्त 23 से 27 मार्च तक प्रतिदिन सुबह 9 बजे से 1 बजे तक केन्द्र स्तर पर बच्चों का शारीरिक माप किया जायेगा। टोले, मजरे, अनकवर्ड क्षेत्र के छूटे हुए बच्चों का आँगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहयोगी संस्थाओं द्वारा शारीरिक माप हितग्राही के घर जाकर लिया जायेगा।

शहरी क्षेत्र जो आँगनवाड़ी केन्द्र के बाहर हैं, उनमें प्रत्येक कॉलोनी/हाउसिंग सोसायटी में घर-घर जाकर जन्म से 6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों का शारीरिक माप लिया जायेगा।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश