Posted on 07 May, 2020 6:44 pm

कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जिला बलौदाबाजार- भाटापारा की सीमा में अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूर अथवा अन्य व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य कर दिया है | सीमाओं पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात है। उनकी जांच के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जाकर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। 
       जिले  की सीमा पर लगे चेक पोस्ट से ट्रक या बस से उतरने के बाद परस्पर एक मीटर की दूरी बनाते हुए स्वास्थ्य  टीम के द्वारा कोविड के लक्षणों और थर्मल गन से  तापमान  की जाँच की जावेगी । इस हेतु पृथक से स्क्रीनिंग एरिया चिन्हांकित किया जावे । जहाँ पर पीने का पानी तथा लू से बचने का समुचित उपाय किया जावे ।ऐसे चिकित्सकीय टीम की तैनाती अथवा उपलब्धता स्थानीय बी.एम.ओ द्वारा सुनिश्चित की जावेगी । जिसमे चिकित्सा अधिकारी अथवा ग्रामीण चिकित्सा सहायक को शामिल किया जा सकेगा। टीम को थर्मल गन,बीपी नापने की मशीन ,स्टेथोस्कोप, मास्क , सेनीटाईजर तथा लू से बचाव एवं प्राथमिक उपचार हेतु ओआरएस, पैरासिटामाल , डायरिया से उपचार की दवाई ,सेटरीजीन आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध किया जाना सुनिश्चित करावें । स्वास्थ्य परीक्षण सामाजिक दूरी का पालन करते हुए कतार में किया जावे। प्रत्येक व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण कर लक्षण वाले व्यक्तियों  को आइसोलेसन में तथा बिना लक्षणों वाले को कवारेंटिन में रखा जावे । सभी का प्रपत्र अनुसार लाइन लिस्ट तैयार करें । आइसोलेसन  तथा कवारेंटिन  व्यवस्था हेतु आवश्यक दिशा निर्देश का पालन किया जावे।बायो मेडिकल कचरे का प्रबंधन एवं निपटान हेतु दिशा- निर्देश का पालन किया जावे । 
     गंभीर मरीजों जिन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत होने पर एम्बुलेंस की व्यवस्था किया जावे। लक्षण वाले व्यक्ति को अन्य लोगों से पृथक करते हुए आइसोलेसन किया जावे तथा बिना लक्षण वाले उस समूह के  पूरे व्यक्तियों को, क़वारेंटिंन सेंटर में शिफ्ट किया जावेगा । ऐसा शिफ्ट, स्वास्थ्य अमले की निगरानी में किया जाना है। इस हेतु डॉ राकेश प्रेमी, जिला सरेवेलेन्स अधिकारी (9926150535) से संपर्क किया जावे। उन्हें  गंतव्य स्थान के  चिह्नित ग्राम स्तर क़वारेंटिंन सेन्टर पर, सीईओ जिला अथवा जनपद पंचायत अथवा एस.डी.एम अथवा तहसीलदार से समन्वय कर भेजा जाना है। बिना कोरोना लक्षण वालों को जिस गांव में जाना है, उसी गांव के बाहर चिन्हित स्थान पर रखेंगे। जिनका स्वास्थ्य परीक्षण पुनः स्थानीय स्वास्थ्य अमले ( ए.एन.एम / पुरुष स्वास्थ्य संयोजक) द्वारा किया जावेगा। समूह का नियमित सरेवेलेन्स किया जाएगा ।इस दौरान 14 दिन के भीतर यदि लक्षण आते है, तो  स्वास्थ्य टीम, जिसमे लैब टेक्नीशियन हों, द्वारा विटीएम सेम्पल लिया जावेगा।जिला  प्रशासन  द्वारा आने वाले प्रवासी मजदूरों अथवा व्यक्ति की अद्यतन सूचना मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी तथा  खंड चिकित्सा अधिकारी को भी  उपलब्ध कराया जावे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़