Posted on 08 Dec, 2017 1:09 pm

भोपाल : शुक्रवार, दिसम्बर 8, 2017
 

दमोह जिले के विकासखण्ड हटा के ग्राम वर्धा में पौड़ी-वर्धा के बीच बहने वाले बरैया नाले पर सेतु निर्माण होने से यह गाँव अब सीमा से लगे छतरपुर, पन्ना एवं टीकमगढ़ जिले के अलावा कानपुर एवं झाँसी से आवागमन मार्ग से सीधा जुड़ गया है।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2011 में इस सेतु निर्माण की घोषणा की थी। तकरीबन डेढ़ करोड़ रूपये की लागत से यह सेतु बनने से ग्राम का समावेशी विकास प्रारंभ हो गया है। ग्राम वर्धा की हाई स्कूल की छात्रा दीपिका प्रजापति को अभी तक बरसात के समय बाढ़ आने पर स्कूल और हाट-बाजार आने-जाने में बड़ी परेशानी होती थी। जब से सेतु निर्माण हो गया है, तब से दीपिका को स्कूल और बाजार आने-जाने में नाले के पानी में से निकलने से निजात मिल गई है। अब गाँव के लोग यहाँ से सीधे पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ के अलावा अन्य स्थानों पर आसानी से जाने-आने लगे हैं, आसपास के गांवों से लोगों का मेल-मिलाप भी बढ़ने लगा है।

इसी गाँव के कल्लू कुर्मी का कहना है कि सेतु निर्माण होने से बड़ी सुविधा मिल गई है। यात्री वाहन चलने लगे हैं, दूसरे शहर आन-जाने में समय और दूरी दोनों की बचत होने लगी है।

सेतु निर्माण होने से पास के पौड़ी ग्राम के बच्चों को स्कूल आने-जाने में होने वाली परेशानी भी समाप्त हो गई है। आवागमन अब 12 मासी हो गया है। सेतु निर्माण होने से क्षेत्र की उन्नति के द्वार खुल गये हैं। सरकार ने 5 से 6 करोड़ की लागत से पवैया बाँध भी बनवा दिया है जिससे लगभग 2 हजार एकड़ जमीन में सिंचाई हो रही है।

सफलता की कहानी (जिला दमोह)

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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