Posted on 04 Sep, 2021 6:05 pm

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कोविड संक्रमण के दौरान शिक्षकों द्वारा शिक्षा व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए किए गए प्रयासों और सामाजिक उत्तरदायित्वों के प्रति उनके समर्पण की सराहना की है।

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने शुभकामना संदेश में कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान सदैव सबसे ऊँचा रहा है। भारतीय संस्कृति की यह गौरवमयी पहचान है। हमारे शिक्षकों की राष्ट्र के नागरिकों को पीढ़ी दर पीढ़ी ज्ञान और दक्षता प्रदान करने में प्रमुख भूमिका है। राष्ट्र की खुशहाली में शिक्षकों के योगदान को देखते हुए ही पूरे देश में शिक्षक दिवस को शिक्षकों के सम्मान के रूप में मनाया जाता है।

श्री पटेल ने प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के विस्तार और गुणवत्ता के लिए किए गए कार्यों, बालिका छात्रावासों की स्थापना, आत्म-रक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रमों और कोविड काल में स्व-मूल्यांकन के आधार पर सी.एम. राइज कार्यक्रम अंतर्गत विभिन्न ऑनलाइन प्रशिक्षण की व्यवस्थाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि करते हुए, मध्यप्रदेश के शिक्षकों द्वारा कोविड काल की विपरीत परिस्थितियों में भी बच्चों की शैक्षिक निरन्तरता को हमारा घर-हमारा विद्यालय, मोहल्ला क्लासेस, घर-घर संपर्क, दूरदर्शन, रेडियों और डिजीलेप व्हाट्स एप ग्रुप्स के माध्यम से बनाए रखने और अपने सामाजिक दायित्वों को निभाते हुए कोरोना के सेवा कार्यों में भी आगे बढ़कर योगदान दिया है। भले ही उनके घर- परिवार में कुछ लोग पीड़ित हुए या काल कवलित हुए और कई शिक्षक भी कोविड से प्रभावित हुए, फिर भी शिक्षक अपने कर्त्तव्यों पर डटे रहे। राज्यपाल ने शिक्षकों की कर्त्तव्यनिष्ठा सेवा भावना की सराहना करते हुए शिक्षकों को साधुवाद दिया है। उन्होंने शिक्षकों के अनुकरणीय योगदान के लिए प्रदेश के सभी गुरुजनों को बधाई और शुभकामनाओं के साथ और उनके सुखी, खुशहाल जीवन की कामना की है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश