Posted on 26 Oct, 2022 5:02 pm

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की आत्म-निर्भर भारत एवं विज्ञान के विकास की परिकल्पना के साथ तकनीकी विकास की गति को बढ़ावा देना हमारा मुख्य उद्देश्य होना चाहिए और यही समय की माँग भी है। विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा बुधवार को दिल्ली में तीन दिवसीय इंडियन स्पेस कांग्रेस-2022 कॉन्फ्रेंस एवं एक्सपो के शुभारंभ-सत्र को संबोधित कर रहे थे।

अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में अगले 25 वर्षों के लिए एक रोडमैप पर चर्चा करने के लिए सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन, एसआईए-इंडिया, अंतरिक्ष विभाग (इसरो), नीति आयोग, एनएसआईएल, दूर संचार विभाग, रक्षा मंत्रालय समेत कई भारतीय एवं विदेशी संस्थाओं के सहयोग से सम्मेलन एवं एक्सपो के पहला संस्करण 26 से 28 अक्टूबर तक किया जा रहा है।  इसमें उद्योग विशेषज्ञ, नीति निर्माता, कानूनी पेशेवर और शिक्षाविद द्वारा अंतरिक्ष क्षेत्र पर आगामी रणनीति, विभिन्न तकनीकी समस्याओं के निराकरण और तरीकों पर मंथन किया जायेगा।

मंत्री श्री सखलेचा ने कहा कि हमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ अंत्योदय के सपने को साकार करते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति को सक्षम बनाना है। श्री सखलेचा ने बताया कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी और धर्म एक साथ चलते हैं। प्रत्येक वर्ग के विकास के लिए इनका एक साथ अध्ययन किया जाना चाहिए।

प्रथम सत्र में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष डॉ. सोमनाथ, संचार भवन के अध्यक्ष श्री राजारमन, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के पूर्व अध्यक्ष श्री एएस किरण कुमार, सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. पावुलुरी सुब्बा राव उपस्थित थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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