Posted on 10 Aug, 2021 7:05 pm

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भोपाल के उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान की तरह ही प्रदेश के हर संभाग में कम से कम एक उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान होना चाहिए, जिनका हम गर्व से परिचय दे सकें।  श्री यादव आज विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना और उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान, भोपाल द्वारा आयोजित पाँच दिवसीय रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण के शुभारंभ सत्र को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे। 

उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा नीति में उत्कृष्ट संस्थानों को डीम्ड यूनिवर्सिटी के रूप में परिवर्तित होना है। संस्थान स्वयं अपनी परीक्षा आयोजित करेंगे एवं स्वावलंबी बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों की कल्पना तभी सार्थक होगी, जब वे छात्रों के जीवन में बदलाव ला सकें। उन्होंने कहा कि डिप्लोमा, सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों के माध्यम से हम उच्च शिक्षा को अधिक जॉब ओरिएंटेड बना सकते हैं। 

संस्थान द्वारा योग, हॉस्पिटेलिटी, पेपर मेशे आर्ट, फूड टेक्नोलॉजी विषय में पंजीकृत प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना के निदेशक डॉ. उमेश कुमार सिंह और संस्थान के संचालक डॉ. एस. एस. विजयवर्गीय उपस्थित थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश