Posted on 06 Mar, 2024 1:45 pm

अयोध्या में नवनिर्मित भव्य राम मंदिर में संपूर्ण विधि-विधान से रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद से ही प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ अयोध्या पहुंच रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य मंत्रिमंडल के हम सभी सदस्य गत दिवस रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या धाम पहुंचे। इस अवसर पर मोहन यादव सरकार के हम सभी मंत्रियों ने नवनिर्मित मंदिर का अवलोकन भी किया। रामलला की भव्य प्रतिमा और नवनिर्मित मंदिर की भव्यता ने हमें मंत्रमुग्ध कर दिया। हम मंत्रीगण मात्र एक दिवसीय प्रवास पर अयोध्या पहुंचे थे, लेकिन मंदिर का अद्भुत सौंदर्य देखकर हम लोगों को ऐसा महसूस हुआ कि रामलला की मनोहारी प्रतिमा और मंदिर की भव्यता को निहारने के लिए एक दिन का समय अपर्याप्त है। मैं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ जब पारंपरिक नागर शैली में निर्मित नव्य भव्य मंदिर के सभी स्तंभों और दीवारों पर अंकित हिंदू देवी-देवताओं के मनोहारी चित्रों का अवलोकन कर रही थी, तो मेरे सहयोगियों की वहां से आगे बढ़ने की इच्छा ही नहीं हो रही थी। सभी मंत्रियों की बस यही राय थी कि अयोध्या में रामलला की भव्य प्रतिमा के दर्शन और मंदिर की भव्यता देखकर उन्हें जो अनुभूति हुई वैसी अनुभूति उन्हें अपने जीवन में पहले कभी नहीं हुई।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रामलला की प्रतिमा को सपरिवार साष्टांग दंडवत प्रणाम करने के बाद कहा, “प्रभु श्री राम के दर्शन कई जन्मों के पुण्य का प्रताप है। ऐसा लगा जैसे प्रभु राम अपने बाल रूप में साक्षात विद्यमान हैं। उनके दर्शन से जीवन धन्य हो गया।” मंदिर के अंदर रामलला के दर्शन के बाद हम सभी सहयोगियों ने भाव विभोर होकर संपूर्ण भक्ति भाव के साथ कुछ देर भजन भी किया। ईश्वर भक्ति के उन पलों में हुए अपार आनंद की अनुभूति को शब्दों में व्यक्त करना मुश्किल है। मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने रामलला से एक ही प्रार्थना की कि उन्हें जीवन में बार-बार अयोध्या आकर अपने आराध्य के दर्शन लाभ का सौभाग्य मिलता रहे। मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव के नेतृत्व में हम सभी मंत्रियों ने भगवान श्री राम से मध्यप्रदेश सहित समस्त देशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की। मोहन यादव सरकार के हम सभी सदस्य अयोध्या की यात्रा के दौरान भजन पूजन में इतने लीन हो गए थे कि यह अहसास ही नहीं हुआ कि पूरा समय कैसे बीत गया।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री यादव के नेतृत्व में राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों के अयोध्या प्रवास के पूर्व आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि राज्य सरकार अयोध्या धाम में एक सर्वसुविधायुक्त धर्मशाला का निर्माण करवाएगी। इसके अलावा मध्यप्रदेश के सभी महत्वपूर्ण देव स्थलों पर भी धर्मशालाओं के निर्माण की पहल करेगी। राज्य सरकार अन्य प्रदेशों की सरकारों को मध्यप्रदेश के देवालयों में उनकी ओर से धर्मशालाओं के निर्माण के लिए प्रोत्साहित करेगी और इस कार्य में राज्य सरकार की ओर से उन्हें पर्याप्त सहयोग प्रदान किया जाएगा। सरकार मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक पूजन सामग्री, वस्त्र व श्रंगार सामग्री के निर्माण को कुटीर उद्योग के रूप में विकसित करेगी। बैठक में लिए गए फैसलों और संकल्पों के क्रियान्वयन के लिए एक मंत्रिमंडलीय उपसमिति का गठन किया जाएगा जिसमें राजस्व, धर्मस्व और संस्कृति विभाग भी शामिल होगा। सरकार यह भी सुनिश्चित करेगी कि मंदिर देवस्थान के साथ-साथ सामाजिक चेतना और समरसता के केंद्र भी बनें।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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