Posted on 05 Jul, 2019 3:48 pm

फ्रेंच कंपनी इलेक्ट्रिसाइट डी फ्रांस (ई.डी.एफ.) विद्युत वितरण  नेटवर्क की तकनीकी और गैर तकनीकी हानियों संबंधी अध्ययन कर उन्हें रोकने के उपाय बतायेगी। ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने यह बात ई.डी.एफ. की 'प्रोजेक्ट माइलस्टोन मीट' में कही। श्री सिंह ने कहा कि बिजली सेक्टर सरकार की प्राथमिकता में शामिल है।

श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में सोलर एनर्जी सेक्टर में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। प्रदेश में विश्व-स्तरीय सोलर एनर्जी प्लांट स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जहाँ हवा की गति तेज है, वहाँ विंड एनर्जी के प्लांट लगाने पर विचार किया जायेगा। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में एक करोड़ 16 लाख विद्युत उपभोक्ता हैं, जिन्हें उचित दाम पर गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध करवायी जा रही है। उन्होंने फ्रेंच सरकार को एफ.ए.एस.ई.पी. स्कीम में ई.डी.एफ. के प्रोजेक्ट को सहयोग करने पर धन्यवाद दिया।

फ्रांस के एम्बेसेडर श्री एलेक्जेंडर जीगलर ने कहा कि ऊर्जा विकास का बैकबोन होती है। उन्होंने कहा कि यह रिलायबल होनी चाहिए। श्री जीगलर ने कहा कि लाइन लॉसेस को रोकने के प्रयास होने चाहिए। उन्होंने कहा कि नवकरणीय ऊर्जा को प्रोत्साहित करें। श्री जीगलर ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में भारत और फ्रांस सरकार का कॉमन विजन है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा मंत्री श्री सिंह की ऊर्जा क्षेत्र में मध्यप्रदेश में बेहतर कार्य करने की इच्छा है। ई.डी.एफ. की सी.ई.ओ. सुश्री मेरीलिन बसेटे और प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री जीन लुक फार्गेस ने भी प्रोजेक्ट की जानकारी दी।

ई.डी.एफ. प्रोजेक्ट

ई.डी.एफ. और मध्यप्रदेश पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के बीच वितरण नेटवर्क में हानियाँ, नवकरणीय ऊर्जा के साथ इंटीग्रेशन, और डिस्ट्रीब्यूशन ग्रिड के मैनेजमेंट के आधुनिकीकरण के संबंध में अध्ययन कर अनुशंसाएँ देने के लिए एम.ओ.यू. हुआ था। एम.ओ.यू के बाद ई.डी.एफ. की तकनीकी टीम ने अध्ययन के बाद रिपोर्ट प्रस्तुत की है। प्रोजेक्ट अप्रैल 2018 में शुरू हुआ था। इस दौरान अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री मोहम्मद सुलेमान, मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक श्री सुखवीर सिंह और पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एम.डी. श्री किरण गोपाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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