Posted on 14 Aug, 2019 5:32 pm

स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि शिक्षा ही देश का भविष्य निर्धारित करती है। प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने एवं शिक्षकों का मनोबल बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन, शिक्षकों का रिफ्रेशर कोर्स, शिक्षकों का विदेशों में भ्रमण और लगभग 30 हजार शिक्षकों का ऑनलाईन ट्रासंफर किया गया है। डॉ. चौधरी ने मॉडल स्कूल टी.टी. नगर में छात्र-संघ के शपथ ग्रहण समारोह में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को अंकुर, तरूण एवं उमंग समूह में बाटँकर उनकी योग्यता अनुसार अध्ययन करवाया जा रहा है। डॉ. चौधरी ने कहा कि शिक्षकों एवं बच्चों के संयुक्त प्रयास से ही शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तन संभव है।

डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया कि मॉडल स्कूल की तर्ज पर अन्य स्कूलों को भी विकसित किया जाएगा। शासकीय स्कूलों के स्तर और वातावरण में व्यापक सुधार लाया जायेगा, जिससे अभिभावक अपने बच्चों को प्रायवेट स्कूलों से निकालकर शासकीय स्कूलों में एडमिशन कराने के लिये प्रेरित हों।

मंत्री डॉ. चौधरी ने मॉडल स्कूल टी.टी. नगर में छात्र संघ के नव-निर्वाचित सदस्यों को पद की निष्ठा एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई, पदाधिकारियों को बैच लगाये और स्लैश पहनाये। स्वामी विवेकानन्द, अब्दुल कलाम, राजा भोज एवं बोस हाउस के लिये चयनित कैप्टन और वाइस कैप्टन को भी बैच लगाये एवं स्लैश पहनाये। स्कूल शिक्षा मंत्री ने मेधावी बच्चों को के.सी. मंगवानी छात्रवृत्ति प्रदान की। स्कूल के गणित के शिक्षक स्व.के.सी. मंगवानी की स्मृति में भास्कर ग्रुप द्वारा पिछले 3 वर्ष से प्रति वर्ष यह छात्रवृत्ति दी जा रही है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

Recent