Posted on 08 May, 2020 7:22 pm

नशापान सामाजिक बुराई के साथ-साथ एक मानसिक बीमारी भी है। जिसका ईलाज समय रहते संभव है और इसी संभावनाओ को दिशा देने नशैलची के नशा मुक्त आत्म नियंत्रित जीवन के लिए मुंगेली जिले में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वाधान में हेल्प आन सोसायटी द्वारा निःशुल्क नशा मुक्ति परामर्श केंद्र संचालन किया जा रहा है। नशा मुक्ति केंद्र का संचालन जिला चिकित्सालय परिसर मुंगेली में किया जा रहा है। नशा मुक्ति केंद्र में सर्व सुविधा युक्त वार्ड, चिकित्सकीय जांच, उचित सामाजिक पारिवारिक सलाह, योग अध्यात्म और म्युजिक थैैरेपी के द्वारा नशैलची के नशा मुक्त सामाजिक जीवन हेतु प्रेरित किया जा रहा है। समाज कल्याण विभाग के उप संचालक सुश्री शारदा जायसवाल ने आज यहां बताया कि नशापान सभ्य समाज के लिए अभिशाप है। नशा शराब, भांग, अफीम, गांजा या अन्य रासायनिक मादक द्रव्यो के व्यवहार में उत्पन्न मे होने वाली दशा है। जिसमे मनुष्य का मस्तिष्क क्षुब्ध और उत्तेजित हो उठाता है तथा स्मृति याद या धारण क्षमता कम हो जाती है। लोग मनोरजन, मानसिक चिंताओ में घुटने या शारीरिक शिथिलता दुर करने के अभिप्रायः मे मादक द्रव्यो का व्यवहार करते है। बहुत से लोग इन द्रव्यो में इतने अभयस्त हो जाते है कि वे नित्यप्रति इसका व्यवहार करते है और नशा करने की आदी हो जाते है। ज्यादातर लोग नशे की शुरूवात किसी के प्रभाव या दोस्तों के दबाव में करते है। लेकिन थोडी देर का यह मजा जीवन भर के सजा साबित हो सकती है। इसे देखते हुए मुंगेली जिले में नशा मुक्त आत्म नियंत्रित जीवन के लिए नशा मुक्ति परामर्श केंद्र का संचालन किया जा रहा है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़