Posted on 02 Jul, 2021 8:58 pm

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में प्रतिदिन कोरोना के प्रकरण 33 तक रह गए थे, परंतु उसके बाद 38, फिर 40 तथा आज 43 नए प्रकरण आए हैं। यद्यपि ये बहुत कम हैं, तथापि हमें पूर्ण रूप से चौकन्ना एवं सावधान रहना होगा। हम किसी भी हालत में कोरोना संक्रमण को प्रदेश में बढ़ने नहीं दे सकते। हमें तीसरी लहर से बचना ही है, हर व्यक्ति कोविड अनुरूप व्यवहार करे तथा कोविड प्रोटोकॉल का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक जिले में अधिक से अधिक कोरोना के टेस्ट किए जाएँ, पॉजिटिव मरीज को आयसोलेट कर इलाज किया जाए, उसकी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाए तथा माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र बनाए जाएँ। किल कोरोना अभियान जारी रहे। थोड़ी भी ढिलाई भारी पड़ सकती है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने विशेष रूप से चार जिलों इंदौर, भोपाल, जबलपुर एवं बैतूल, जहाँ थोड़े प्रकरण बढ़े हैं, की समीक्षा की। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, स्वास्थ्य आयुक्त श्री आकाश त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।

बाहर से आए लोगों में संक्रमण

इंदौर जिले की समीक्षा में पाया गया कि जिले में दूसरे राज्यों से आए लोगों में कोरोना संक्रमण मिला है। जिले में कोरोना के प्रकरण प्रतिदिन 5 तक रह गए थे, आज 12 नए प्रकरण आए हैं। जिले में लगभग 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूरी तरह चौकन्ना रहने तथा सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।

भोपाल में 30 जून को 5 से 10 हुए, आज आए 6 प्रकरण

भोपाल जिले की समीक्षा में बताया गया कि जिले में प्रतिदिन 5 प्रकरण रह गए थे, जो 30 जून को बढ़कर 10 हो गए थे, आज 6 प्रकरण आए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी सावधानियाँ बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन मरीजों के घर में आइसोलेशन का पर्याप्त स्थान न हो, उन्हें कोविड केयर सेंटर में रखा जाए।

बाहर से आए लोगों का टेस्ट करें

बैतूल जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहाँ प्रकरण 0 तक रह गए थे, 01 जुलाई को 5 हुए और आज 3 प्रकरण आए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि जिला दूसरे राज्यों की सीमा से लगा होने से अधिक सतर्क रहे। बाहर से आने वाले व्यक्तियों का अनिवार्य रूप से टेस्ट किया जाए। हर मरीज की कॉन्टेक्ट ट्रैसिंग की जाए।

टेस्ट बढ़ाए जाएँ

जबलपुर जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहाँ भी कोरोना के दैनिक प्रकरण 0 रह गए थे, अब 5 हो गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना टेस्टिंग अधिक से अधिक की जाए। पूरी सावधानी और सतर्कता बरती जाए।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश