Posted on 07 May, 2020 6:42 pm

कोरोना वायरस के संक्रमण के वजह से लागू किये गए देशव्यापी लॉकडाउन से कई ऐसे लोग थे जो पर्यटन, धार्मिक यात्रा, शिक्षा, रोजगार, व्यापार एवं अन्य  व्यवसायों हेतु अन्य राज्यों में ही रह गए थे। ऐसे लोगों के परिजन निरन्तर उनकी चिंता में रहते थे। विगत दिनों केंद्र सरकार से अनुमति के पश्चात राज्य सरकार लगातार ऐसे लोगों की पहचान कर उनसे संपर्क बनाने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए। जिस पर ततपरता से कार्य करते हुए कलेक्टर नीलकण्ठ टीकाम ने जिले के सभी संबंधित अधिकारियों को इस हेतु लोगों की पहचान कर उनसे संपर्क करने का प्रयास कर रही है। इसी के तहत विगत दिनों जिला प्रशासन ने इस कार्य मे तेजी लाने के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। इस कंट्रोल रूम में ऐसे व्यक्ति जो अन्य राज्यों में फंस गए थे एवं स्वयं को वहां से लौटने में असक्षम हैं वे व्यक्ति स्वयं या उनके परिजन कॉल करके अपने परिजनों या स्वयं के बारे में जानकारी कंट्रोल रूम में दे सकेंगे। इन सभी लोगों के बचाव एवं सुरक्षित घर वापसी के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जावेगी।

सभी विकासखण्डों सहित 6 कंट्रोल रूम बनाये गए

इस कार्य के लिए जिले के सभी 5 विकासखंडों के साथ जिला पंचायत में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है गया है। जहाँ पर अन्य राज्यों में गए लोगो के नाम, मोबाइल नंबर, वर्तमान पता दर्ज कराया जा सकता है। इनमें जिला पंचायत में  7587804722, 7587804724 पर, जनपद पंचायत कोण्डागांव  के लिए 9131906704, 9131167553 पर, जनपद पंचायत माकड़ी  के लिए 7697870169, 9406150167 पर, जनपद पंचायत फरसगांव के लिए 8839975344, 9981064784 पर, जनपद पंचायत केशकाल  के लिए 7974547285, 8871751881 पर, जनपद पंचायत बड़ेराजपुर  के लिए 9179747970, 88278303451 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
इस संबंध में कलेक्टर ने बताया कि राज्य सरकार के आदेश पर अन्य राज्यों में फंसे लोगों को निकालने का काम तेजी से चल रहा है। अभी कोटा के छात्र वापिस लौट रहे हैं। जिले में जल्द ही बाहर फंसे प्रत्येक व्यक्ति जो जिले में आना चाहते हैं उन्हें वापिस लाकर 14 दिनों तक क्वारेंटाइन किया जाएगा ताकि सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़