Posted on 08 Feb, 2022 6:15 pm

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जल जीवन मिशन में पूर्ण और प्रगतिरत कार्यों की निरन्तर समीक्षा की जाती है। विगत दिनों मिशन के लाभार्थी ग्रामीण परिवारों से वर्चुअल संवाद में मुख्यमंत्री श्री चौहान से ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों, ग्रामीण परिवार की महिलाओं ने अपने सुखद अनुभव साझा किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की महिलाओं ने यह साबित कर दिया है कि जल की हर बूँद का कितना महत्व है। उन्होंने कहा कि मिशन में संचालित जल-प्रदाय योजनाएँ बेहतर क्रियान्वित होंगी और लम्बे समय तक उपयोग की जा सकेगी क्योंकि इनमें हमारी आधी-आबादी की पर्याप्त भागीदारी है। जल जीवन मिशन का उद्देश्य प्रदेश के प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल कनेक्शन के जरिए जल उपलब्ध करवाना है। इसके पूरा होने पर परिवार की महिलाओं के चेहरे पर जो मुस्कराहट आती है, वह सरकार द्वारा किए गये विकास कार्यों की शीतल झुअन है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि प्रदेश के हर ग्रामीण परिवार को नल से जल मुहैय्या करवाकर हमें अपनी बहन-बेटियों की पानी के लिए लगने वाली मेहनत और समय बचाना है।

प्रदेश ने राष्ट्रीय जल जीवन मिशन में जल-प्रदाय योजनाओं का कार्य जून 2020 में प्रारम्भ किया था। केन्द्र और राज्य के समान अंश से संचालित मिशन की गतिविधियों में 15 जिले ऐसे हैं जिन्होंने अपने लक्ष्य के विरूद्ध 45 प्रतिशत से अधिक प्रगति अर्जित कर ली है। मिशन संचालन के करीब 19 माहों (जनवरी अंत तक) में प्रदेश के 12 जिलों ने सैकड़ा की संख्या में अपने ग्रामों के शत-प्रतिशत परिवारों को नल कनेक्शन के जरिए जल पहुँचाने की व्यवस्था की है।

प्रदेश के सभी ग्रामीण परिवारों को उनके घर में ही नल कनेक्शन से जल उपलब्ध करवाने के लिए कुल एक करोड़ 22 लाख क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य है। राष्ट्रीय जल जीवन मिशन की गाइड-लाइन के अनुसार मिशन के कार्य 2024 तक पूर्ण किए जाना हैं। जल जीवन मिशन में अब तक 46 लाख 24 हजार से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन से जल उपलब्ध करवाकर प्रदेश ने भी मिशन में निर्धारित अपने लक्ष्य में 37.71 प्रतिशत उपलब्धि हासिल कर ली है। जनवरी माह तक जल-प्रदाय योजना को पूरा कर ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन मुहैय्या करवाने में क्रमश: इन्दौर, राजगढ, बालाघाट, मण्डला और निवाड़ी जिले अग्रणी रहे हैं।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और जल निगम अपनी पूरी क्षमता और दक्षता के साथ मिशन में जल-प्रदाय योजनाओं को पूर्ण करने के लिए प्रयासरत हैं। जल जीवन मिशन में पूर्ण जिन जल-प्रदाय योजनाओं से ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन से जलापूर्ति की जा रही है उनके जल परीक्षण की माकूल व्यवस्था भी की गई है। ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति की पांच महिलाओं को समुचित प्रशिक्षण देकर एफ.टी.के. किट के माध्यम से जल परीक्षण करना सिखाया गया है। अब स्थानीय स्तर पर जल की गुणवत्ता का परीक्षण हो रहा है। इसी तरह ग्रामों की नल-जल योजना में आई किसी तकनीकी खराबी को दूर करने के लिए स्थानीय युवाओं को मोटरपम्प रिपेयरिंग, प्लम्बर, पम्प-ऑपरेटर, मेसन, फिटर और इलेक्ट्रिशियन जैसे प्रशिक्षण दिए गये हैं।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश