Posted on 04 May, 2022 6:21 pm

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने महाराजा छत्रसाल की जयंती पर उन्हें नमन किया और निवास कार्यालय स्थित सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।

महाराजा छत्रसाल का जन्म 1649 में हुआ। वे मध्य युग के महान प्रतापी योद्धा थे, जिन्होंने मुगल शासक औरंगज़ेब को युद्ध में पराजित कर बुन्देलखण्ड में अपना राज्य स्थापित कर 'महाराजा' की पदवी प्राप्त की।

महाराजा छत्रसाल बुन्देला का जीवन बुन्देलखण्ड की स्वतंत्रता स्थापित करने के लिए जूझते हुए निकला। उन्होंने अपने जीवन के अन्तिम समय तक आक्रमणों का सामना किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बुंदेलखंड केसरी, महान योद्धा, महाराजा छत्रसाल की जयंती पर उनके संबंध में कही जाने वाली प्रभावशाली पंक्तियाँ- "इत यमुना, उत नर्मदा, इत चम्बल, उत टोंस। छत्रसाल सों लरन की, रही न काहू को हौंस॥" को उद्धृत करते हुए ट्वीट भी किया है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश