Posted on 06 Jul, 2021 4:15 pm

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने डॉ.  श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया और श्रद्धा सुमन अर्पित किए। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शिक्षाविद, चिंतक और भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे। डॉ.  मुखर्जी  का जन्म 6 जुलाई 1901 को कोलकाता में  हुआ। डॉ. मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धांतवादी थे। डॉ. मुखर्जी इस धारणा के प्रबल समर्थक थे कि सांस्कृतिक दृष्टि से हम सब एक हैं। इसलिए धर्म के आधार पर वे विभाजन के कट्टर विरोधी थे। उन्होंने तुष्टिकरण की नीति का सदैव खुलकर विरोध किया। 

एक ही देश में दो झंडे और दो निशान  उनको स्वीकार नहीं थे। अत: कश्मीर के भारत में विलय के लिए डॉ. मुखर्जी ने प्रयत्न प्रारंभ कर दिए। इसके लिए उन्होंने जम्मू की प्रजा परिषद पार्टी के साथ मिलकर आंदोलन छेड़ा। श्री अटल बिहारी वाजपेई, वैद्य गुरुदत्त, डॉ. बर्मन और श्री टेकचंद आदि को लेकर आपने 8 मई 1953 को जम्मू के लिए कूच किया। सीमा प्रवेश के बाद उनको जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। 40 दिन तक डॉ. मुखर्जी जेल में बंद रहे और 23 जून 1953 को जेल में वे शहीद हो गए।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश