Posted on 04 Mar, 2022 4:33 pm

उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री प्रमोद कुमार शुक्ला ने बताया कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में 3 मार्च को मतदाता सूची को सतत् रूप से तैयार करने में अपनी महत्ती भूमिका निभाने वाले बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) से उनके अनुभव एवं सुझावों को साझा करने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री अनुपम राजन की अध्यक्षता में प्रदेश में पहली बार फील्ड स्तर के अधिकारियों की बैठक आयोजित कर प्रथम चरण में भोपाल ,रायसेन,विदिशा,सीहोर एवं नर्मदापुरम जिलों के पांच-पांच बीएलओ से उनके अनुभव साझा किए गये।

अहर्ता दिनांक 1 जनवरी,2022 के आधार पर प्रदेश में 5 जनवरी,2022 को प्रकाशित फोटो निर्वाचक नामावली में सभी पात्र मतदाताओं के नाम सम्मिलित तथा अपात्र मतदाताओं के नाम विलोपित करने के लिए सतत् अद्यतन की कार्यवाही प्रचलित हैं। समस्त बीएलओ को निर्देशित किया गया है वह उनके क्षेत्र में माह में एक बार जरूर भ्रमण करें तथा छूटे हुए पात्र मतदाताओं के नाम सम्मिलित करें तथा सूची में दर्ज अपात्र मतदाताओं के नाम पूर्ण जांच उपरान्त विलोपित करे। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा बीएलओ से अपेक्षा की गई कि वह उनकी सूची का विश्लेषण कर देखें कि विगत तीन वर्षो में क्षेत्र में कहीं अधिक मतदाता तो विलोपित नही हुए हैं या बहुत अधिक मतदाता सम्मिलित तो नहीं हए हैं। ऐसे चिन्हित मतदाताओं की भौतिक रूप से पहचान करें। यह भी देखें कि उनके क्षेत्र में महिला मतदाताओं की संख्या पुरूष मतदाताओं से बहुत अधिक या कम तो नहीं है या पुरूष मतदाता का नाम सम्मिलित होने से छूटे तो नहीं है। साथ ही जो व्यक्ति 1 जनवरी,2022 को या उससे पूर्व 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुका है, उनके आवेदन प्राप्त कर सूची में सम्मिलित किए जावें। बीएलओ से यह भी अपेक्षा की गई कि वह प्रत्येक आवेदन पर जांच उपरान्त अपनी टीप अंकित करें। शहरी क्षेत्र के बीएलओ को कॉलेज में स्वयं जाकर 18 प्लस आयु के मतदाताओं के आवेदन प्राप्त करना चाहिए। बीएलओ उनके क्षेत्र में मतदाताओं को वोटर हेल्प लाईन ऐप (वी.एच.ए) डाऊनलोड कराते हुए उसी के माध्यम से आवेदन करने के लिए अनुरोध करें।

बीएलओ द्वारा बताया गया कि सूचना प्रौद्योगिकी का अधिकतम उपयोग कर (गरूड़ा) ऐप के माध्यम से सूची को शुद्व करने में बहुत आसानी हुई। इस हेतु अवगत कराया कि भारत निर्वाचन आयोग में ऑन-लाईन पद्वति से शत्-प्रतिशत आवेदनों को प्राप्त करने पर जोर दिया है। इससे सूची और अधिक शुद्व रहेगी और समय की बचत होगी। बीएलओ द्वारा प्राप्त आवेदन (गरूड़ा) ऐप के माध्यम से सीधे सर्वर पर पहुंचेगे जिससे उन्हें रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालय में जाने की जरूरत कम रहेगी।

बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री राजेश कुमार कौल उपस्थित थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश