Posted on 01 Sep, 2022 10:28 am

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आयुष विभाग की योजनाओं और आयुष चिकित्सा पद्धति को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाया जाए। आमजन को इस चिकित्सा पद्धति का अधिक लाभ मिले, इसके लिए विभाग के प्रयासों को बढ़ाया जाए। भोपाल का खुशीलाल आयुर्वेद महाविद्यालय अपनी सार्थक गतिविधियों से जाना जाता है। इस महाविद्यालय की उपलब्धियों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मंत्रालय में विभागीय समीक्षा बैठकों के क्रम में आयुष विभाग की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए।

बैठक में बताया गया कि भोपाल में सुपर स्पेशलिटी पंचकर्म चिकित्सालय शीघ्र प्रारंभ होगा। हाउसिंग बोर्ड ने हर्बल गार्डन ऑफ स्टेट इंपॉर्टेंस के कार्य के लिए वास्तुविद का चयन भी कर लिया है। प्रदेश में 10 जिला आयुष कार्यालय के भवन बन कर तैयार हो गए हैं। इसी तरह 50 औषधालय भवन और उज्जैन का महाविद्यालय भवन भी बन कर पूरा हो गया है। बताया गया कि प्रदेश में इस समय 362 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर कार्य कर रहे हैं। शीघ्र ही 200 नए सेंटर प्रारंभ करने का कार्य किया जाएगा। साथ ही 16 महाविद्यालयों में आयुष विंग प्रारंभ की जा रही है। ग्वालियर, भोपाल और रीवा के आयुष महाविद्यालयों में शोध पीठ की स्थापना की कार्रवाई भी प्रचलित है। जानकारी दी गई कि अमरकंटक में जनजाति एवं आयुर्वेदिक वैद्यों को उनके पारंपरिक जड़ी-बूटियों के ज्ञान के उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। आयुर्वेद औषधीय पौधों के सर्वे का कार्य भी पूर्ण किया गया है। केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय ने प्रदेश के 4 जिले मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर और शहडोल में आयुर्वेदिक पौधों के मानकीकरण का कार्य प्रारंभ किया है। खजुराहो में 100 बिस्तर क्षमता के योग और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार कर केन्द्र सरकार को भेजा गया है।

सीहोर जिले के सलकनपुर में केन्द्र सरकार की स्वीकृति से 9 करोड़ रूपए लागत के आयुष अस्पताल की स्थापना की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। एक नेचर पार्क की स्थापना भी की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिस तरह भोपाल में पंचकर्म चिकित्सा का लाभ रोगियों को मिल रहा है, इंदौर में भी आयुष सुपर स्पेशलिटी अस्पताल आगामी वर्ष तक प्रारंभ करने के लिए सभी कार्य समय पर पूर्ण करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान के अन्य निर्देश

  • आयुष विभाग के श्रेष्ठ कार्यों को आम जनता तक पहुँचाएँ।

  • विभाग के पोर्टल को नियमित रूप से अपडेट कर इसका भी आम जनता के लिए बेहतर उपयोग करें।

  • विभाग के रिक्त पदों की पूर्ति की कार्यवाही करें।

  • राज्य औषधि पादप बोर्ड के गठन के बाद नियमित बैठक की जाये।

बैठक में आयुष राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री रामकिशोर कावरे, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव आयुष श्री प्रतीक हजेला सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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