Posted on 30 Sep, 2024 4:01 pm

लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री श्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा है कि आयुष्मान भारत योजना “निरामयम” आम आदमी के लिए वरदान साबित हो रही है। अब आम नागरिक भी उच्च स्तरीय आधुनिक चिकित्सा सेवाएं प्राप्त कर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सहज रूप से आम नागरिक आयुष्मान योजना का लाभ उठा सकें, इसके लिए उन्हें सही जानकारी की आवश्यकता है। यह ज़रूरी है कि आम नागरिक को उसकी चिकित्सकीय समस्या अनुसार उचित एम्पैनल्ड हॉस्पिटल की जानकारी सहजता से मिले, ताकि वे आसानी से योजना का लाभ प्राप्त कर सकें। राज्य मंत्री श्री पटेल ने प्रशासनिक अकादमी भोपाल में आयुष्मान योजना उन्मुखीकरण कार्यशाला का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।

राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के गौरवशाली नेतृत्व और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सशक्त निर्देशन में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुविधाओं का निरंतर विस्तार किया जा रहा है, जनकल्याणकारी योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इन योजनाओं के क्रियान्वयन में स्वास्थ्य विभाग के अमले की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। मध्यप्रदेश को स्वास्थ्य के विभिन्न मानकों में शीर्ष पर ले जाने के लिए पूर्ण मनोयोग से प्रयास करें।

सहानुभूति पूर्वक सेवा प्रदाय करें: प्रमुख सचिव श्री यादव

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री संदीप यादव ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदाय में चिकित्सकों द्वारा मानवीय संवेदनाओं का ध्यान रख पूरी संवेदना के साथ उपचार करना चाहिए। विभिन्न जनहितकारी कार्यक्रम के क्रियान्वयन में सेवाओं का प्रदाय और स्वास्थ्य मानकों में सुधार के परिणाम अहम है। इस दिशा में एकीकृत प्रयास किये जायें।

आयुष्मान योजना के हितग्राहियों का बनेगा डिजिटल वॉलेट सीईओ आयुष्मान डॉ. भरसट

मुख्य कार्यपालन अधिकारी (आयुष्मान) डॉ. योगेश भरसट ने आयुष्मान भारत योजना जागरूकता पखवाड़े में की गयी गतिविधियों, योजना द्वारा प्रदत्त हितलाभ, योजना के विस्तार के नवीन आयाम कार्ययोजना और बेहतर क्रियान्वयन के लिये किए जाने वाले नवाचारों की जानकारी दी। डॉ. भरसट ने बताया कि आयुष्मान योजना से स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदाय, एबीडीएम अंतर्गत स्वास्थ्य जानकारी का डिजिटलीकरण, हेल्थ वेलनेस सेंटर के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं तक सहज पहुंच, अभीम (आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन) अंतर्गत स्वास्थ्य अधोसंरचनाओं को सशक्त करने का कार्य किया जा रहा है। योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए “आयुष्मान वॉलेट” पर कार्य किया जा रहा है। इस सेवा के चालू होने पर नागरिक अपनी पात्रता के अनुसार उपलब्ध लाभ और किए गए उपयोग की अद्यतन स्थिति देख सकेंगे। यह योजना के लीकेज को रोकने में बहुत कारगर होगा।

सीईओ डॉ. भरसट ने बताया कि मध्यप्रदेश में 95 हज़ार 317 कैंसर मरीजों को 1 हज़ार 129 करोड़ रूपये की उपचार सेवा, 91 हज़ार 628 हृदय रोग पीड़ित मरीजों को 972 करोड़ रूपये की उपचार सेवा और 20 हज़ार 290 मरीजों को 179 करोड़ रुपए लागत की डायलिसिस सेवा आयुष्मान योजना अंतर्गत निःशुल्क प्रदान की जा चुकी है। प्रदेश में 1 हज़ार 56 हॉस्पिटल आयुष्मान योजनांतर्गत एम्पेनल्ड हैं। 1 हज़ार 952 प्रकार की चिकित्सकीय सेवाएं हितग्राहियों को प्रदान की जा रही हैं।

कार्यशाला में 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों को योजना में शामिल करने और लाभ, एबीडीएम, आयुष्मान योजना के बेहतर क्रियान्वयन विषय सहित बेनिफिशियरी फैसिलिटेशन एजेंसी, इम्प्लीमेंटेशन सपोर्ट एजेंसी द्वारा प्रस्तुतीकरण दिया जाएगा। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा भी की जाएगी। आयुक्त स्वास्थ्य श्री तरुण राठी, अपर आयुक्त चिकित्सा शिक्षा डॉ. पंकज जैन, कंट्रोलर एफडीए श्री मयंक अग्रवाल, संचालक स्वास्थ्य श्री दिनेश श्रीवास्तव, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. अरुण श्रीवास्तव, संचालक आईईसी डॉ. रचना दुबे सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न ज़िलों के सीएमएचओ और सिविल सर्जन कार्यशाला सह समीक्षा बैठक में शामिल रहे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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