Posted on 04 Aug, 2019 6:50 pm

अशोकनगर जिले में स्कूली छात्राओं में स्वास्थ्य संबंधी संकोच को समाप्त करने के लिये 'शुचिता'' (पवित्रता) अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान की प्रणेता स्वयं कलेक्टर डॉ. मंजू शर्मा हैं। इन्होंने स्कूली छात्राओं को 5-एस (स्वास्थ्य, स्व-रक्षा, स्वच्छता, स्वाभिमान और स्वावलंबन) के प्रति जागरूक करने का संकल्प लिया है।  

शुचिता अभियान का मूल उद्देश्य स्कूली छात्राओं को स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति सजग बनाना तथा माहवारी प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी देना है। साथ ही, बालिकाओं को अच्छी गुणवत्ता वाले सेनेटरी नेपकिन की उपलब्धता सुनिश्चित कराना है। अभियान में छात्राओं को सेनेटरी नेपकिन का उपयोग करने के लिये प्रोत्साहित भी किया जा रहा है।

अभियान के पहले चरण में जिले के 11 कन्या विद्यालय, शिक्षा विभाग के 10 कन्या छात्रावास, आदिम-जाति कल्याण विभाग के 17 और पिछड़ा वर्ग के एक कन्या छात्रावास तथा आँगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से 8 हजार बालिकाओं को शामिल किया गया है। दूसरे चरण में जिले के शेष विद्यालयों और आँगनवाड़ी केन्द्रों की छात्राओं को शामिल किया जायेगा।

शुचिता अभियान में छात्राओं को स्व-सहायता समूह के माध्यम से मात्र एक रुपये की दर से सेनेटरी नेपकिन के पैकेट उपलब्ध कराये जा रहे हैं। बालिका विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम, स्वास्थ्य परीक्षण और परामर्श शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। वह दिन दूर नहीं, जब जिले की बेटियाँ अपने स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह सजग होंगी।


(सफलता की कहानी)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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