Posted on 21 Nov, 2017 7:03 pm

पशुपालन मंत्री श्री अन्तर सिंह आर्य ने आज राज्य पशु औषधालय का आकस्मिक निरीक्षण कर निर्माणाधीन कार्यों को समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिये। औषधालय में पशु चिकित्सा की विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 4 करोड़ 75 लाख की लागत से बड़े जानवरों का डिजिटल एक्सरे लैब, एमआरआई, इंडोस्कोपी और सीटी स्केन लैब, फैक्चर अस्पताल और पशु वार्ड, ओपीडी, प्रशिक्षण संस्थान स्वीमिंग पूल, फिजियोथेरेपी रूम, डर्मीटाइटिस वार्ड, पोस्ट मार्टम रूम आदि का निर्माण लगभग 99 प्रतिशत पूरा हो चुका है।

फैक्चर अस्पताल में लिफ्ट से शिफ्ट होंगे बड़े पशु

श्री अन्तर सिंह आर्य ने ऑपरेशन थियेटर से फैक्चर हॉपिस्टल में पशुओं की शिफ्टिंग के लिए लगाई जा रही लिफ्ट का काम निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिये। लिफ्ट लगने से पशुओं को चलना नहीं पड़ेगा। वे सीधे पशु वार्ड में शिफ्ट किए जा सकेंगे। अस्पताल में 50 लाख रुपये की लागत से 2 आधुनिक लिफ्ट लगेंगी। प्रत्येक लिफ्ट की क्षमता 1350 किलोग्राम होगी।

एशिया का पहला एमआरआई सीटी स्केन रूम

श्री आर्य ने चिकित्सालय में सीटी स्केन, एमआरआई और इंडोस्कोपी की अत्याधुनिक लैब का भी निरीक्षण किया। यह एशिया के किसी भी शासकीय पशु अस्पताल में पहली अत्याधुनिक चिकित्सा व्यवस्था है। पशु वार्ड में बीमार पशुओं के लिए अलग-अलग पिंजरेनुमा व्यवस्था होगी। हर पिजरे के मध्य फर्श पर नालियां बनाई गई हैं जिनमें कीटनाशक घोल भरा जाएगा जिससे एक पशु के कीटाणु दूसरे के पिजरे में प्रवेश न करें।

गाय से हाथी तक का होगा डिजिटल एक्सरे

श्री आर्य ने बड़े पशुओं के लिये एक्सरे के लिए बनाई जा रही प्रदेश की अत्याधुनिक डिजिटल एक्सरे लैब का भी निरीक्षण किया। लैब में 4 मीटर का दरवाजा बनाया गया है ताकि गाय, भैंस, ऊँट, हाथी आदि को ट्रक द्वारा सीधे टेबल तक पहुँचाकर डिजिटल एक्सरे किया जा सके।

क्रिटिकल केयर एम्बुलेंस

श्री आर्य ने अस्पताल में 60 लाख रुपये की लागत वाली क्रिटिकल केयर एम्बुलेंस का भी निरीक्षण किया। इस अत्याधुनिक एम्बुलेंस में ईसीजी, आक्सीजन, ऑपरेशन आदि की सुविधा के साथ 8 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। जिनमें चिकित्सक से लेकर पैरा-मेडिकल स्टॉफ शामिल है। अस्पताल में बीमार श्वानों के लिये स्वीमिंग पूल भी बनाया गया है। इसमें पानी में श्वानों को व्यायाम द्वारा रोग मुक्त किया जाएंगा। इसके अलावा पशु चिकित्सा के िलए हॉट वाटर स्पॉ भी बनाया गया है। स्पॉ में ठंड से ठिठुरें पशुओं की मालिश की जाएगी।

निर्माणाधीन कार्यों के निरीक्षण के पहले श्री आर्य ने ओपीडी, औषधि भंडार, ऑपरेशन थियेटर, पैथोलॉजी लैब आदि का निरीक्षण कर बेहतर साफ-सफाई के निर्देश दिए। श्री आर्य ने कहा कि पशु चिकित्सा के क्षेत्र में प्रदेश ने पिछले 6-7 सालों में उल्लेखनीय प्रगति की है। पशु चिकित्सालयों में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार जारी है। उन्होंने अपने श्वान का इलाज कराने आई विनीता रघुवंशी और अन्य श्वान पालकों से भी बात की। सभी ने अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सुविधा पर संतोष व्यक्त किया।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

 

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