Posted on 11 May, 2020 10:30 pm

कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने आज जिला कार्यालय में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए अन्य राज्यो से जिले में प्रवेश करने वाले श्रमिको को क्वारेंटाईन करने नोडल अधिकारियों की आवष्यक बैठक आहूत की गई। बैठक में सभी 167 क्वारेंटीन सेंटरो में नियुक्त नोडल अधिकारियों ने षिरकत की। नोडल अधिकारियों को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि 12 मई से आ रहे स्पेशल ट्रेन के माध्यम से अन्य राज्यों से श्रमिकों के आने का सिलसिला शुरु हो जायेगा। ऐसे में आ रहे श्रमिको को जिले तक सुरक्षित लाने की तैयारी जिला प्रषासन द्वारा पूर्ण कर ली गई है परन्तु जिले के प्रवेष स्थल जोबा एवं खालेमुरवेण्ड में इन श्रमिको की अच्छी तरह जांच (स्क्रीनिंग) के उपरांत ही उन्हें प्रवेष दिया जाये। कलेक्टर क्वारेंटाईन करने के लिए की गई त्रिस्तरीय व्यवस्था को भी बताया। जिसके तहत क्वारेंटाईन सेंटर्स के परिचालन के लिए 167 अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। इन सेंटर्स की बेहतर रख-रखाव एवं जांच हेतु 36 नोडल आफिसर नियुक्त किए गए है साथ ही जिला स्तर पर इन सभी नोडल अधिकारियों से बेहतर समन्वय बनाकर कार्य हेतु जिला स्तरीय अधिकारियों की एक टीम इन सभी पर निगरानी रखेगी। बैठक में उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों को निर्देष दिया कि प्रत्येक क्वारेंटाईन सेंटर में मूलभूत सुविधाओं हेतु सभी आवश्यक इंतजाम सेंटर्स में श्रमिको के पहुंचने के पूर्व ही करना सुनिष्चित किया जाये साथ ही श्रमिको के आने के बाद उनकी दोबारा आर टी किट द्वारा जांच में पाजिटिव पाये जाने पर जिला स्तरीय कंट्रोल रुम को इसके संबंध में सूचित किया जायेगा जहां से उन्हें जल्द से जल्द आर टी पीसीआर टेस्ट की व्यवस्था की जायेगी एवं पाजीटिव पाए जाने पर एम्स रायपुर भेजा जायेगा।
कलेक्टर ने सभी क्वारेंटाईन सेंटर्स में जिले की महिला समूह द्वारा निर्मित मास्क, सेनेटाईजर एवं साबुन की आवष्यकता से तीन गुना आपूर्ति के साथ ताजा गर्म भोजन की व्यवस्था भी करने के निर्देष दिए। उन्होंने सेंटर्स में भौतिक दूरी, स्वच्छता, निस्तार की उचित व्यवस्था, महिला-पुरुष हेतु अलग विश्राम की व्यवस्था करने को कहा।
बैठक में कलेक्टर ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को कहा कि वे अन्य राज्यों से आए श्रमिको के साथ मानवीय संवेदना के साथ व्यवहार करे क्योंकि कई ऐसे श्रमिक है जो हजारो कि.मी. की दूरी तय करकर अपने गृह ग्राम लौट पाए है। ऐसे में उनके साथ किसी प्रकार का र्दुव्यवहार न हो यह प्रषासन की जिम्मेदारी है साथ ही उन्होंने इस कार्य में स्थानीय लोगो को अन्न एवं श्रम बल द्वारा प्रषासन की सहायता हेतु प्रोत्साहित करने को कहा।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में कार्यरत 38 क्वारेंटाईन सेंटर्स में अन्य राज्यो से आए 174 श्रमिक रह रहे है साथ ही 223 राज्य के भीतर अन्य जिलो से आए श्रमिको को होम आईसोलेषन में रखा गया है। 12 मई के पश्चात 5527 श्रमिको के अन्य राज्यो से आने की सूचना अब तक प्राप्त हुई है। इन्हें 167 क्वारेंटाईन सेंटर्स में रखा जायेगा परन्तु किसी व्यक्ति में लक्षण दिखाई देते है तो उन्हें प्रथम जांच के उपरांत जिला स्तर पर बनाये गए क्वारेंटाईन सेंटर में रखा जायेगा।

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़