Posted on 03 Nov, 2016 8:35 pm

भोपाल : गुरूवार, नवम्बर 3, 2016, 17:20 IST
 

सामान्यतः चना फसल की बोवनी का कार्य 15 नवम्वर तक उचित माना गया है। इसके बाद कम समय मे पकने वाली किस्मों की बोवनी पूरे नवम्बर माह तक की जा सकती है। नवम्बर माह मे बोये गये चना मे उकठा रोग कम लगता हैं। उकठा व जड़ सड़न रोग से फसल बचाव हेतु दो ग्राम थायरम 1 ग्राम कार्बोडजेयिम या दो ग्राम बीटाबेक प्रति2 किलो के हिसाब से बीजोपचार उपरात बीज बोयें। बीज 75 प्रति हेक्टेयर पर्याप्त रहता है।

चना फसल के लिए कम नत्रजन की आवश्यकता होती है। यह फसल फास्फोरस तत्व अधिक मात्रा मे चाहती है। अत:1 क्विटल डी ए पी खाद प्रति हेक्टयर पर्याप्त होता है। अलग से यूरिया न डालें। किसान खाद का सही उपयोग करें इसके लिए डी ए पी खाद को सीड डिल से बोयें। ध्यान रहे कि खाद हमेशा बीज से गहरा बोना चाहिए। जिससे अंकुरण पश्चात बीज से निकलने वाली जडो़ को भोजन आसानी से उपलब्ध हो सके।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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