108, जननी एक्सप्रेस तथा दीनदयाल चलित अस्पताल सेवा का संचालन एकीकृत रूप से करने पर विचार
Posted on 04 Jun, 2016 8:47 pm
मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा ने रोगियों की जरूरत को ध्यान में रखकर प्रदेश में संचालित संजीवनी 108 एम्बुलेंस की संख्या में वृद्धि के निर्देश दिए हैं। श्री डिसा प्रदेश में आपात कालीन त्वरित परिवहन चिकित्सा सेवा को बेहतर बनाने के उद्देश्य से संजीवनी 108 एम्बुलेंस, जननी एक्सप्रेस, दीनदयाल चलित अस्पताल सेवा को एकीकृत रूप से संचालित करने के संबंध में विचार-विमर्श के लिए मंत्रालय में बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती गौरीसिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास और सचिव गृह उपस्थित थे।
प्रदेश में वर्तमान में संजीवनी 108 सेवा में 606 वाहन आपातकालीन त्वरित परिवहन चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवा रहे हैं। इसी प्रकार 986 जननी एक्सप्रेस वाहन गर्भवती महिलाओं और एक वर्ष तक के बीमार बच्चों के परिवहन के लिए संचालित हैं और 80 दीनदयाल चलित अस्पताल प्रदेश के अनुसूचित जाति, जनजाति बहुल विकासखंडों में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं। वर्तमान में संजीवनी 108 एम्बुलेंस का संचालन केंद्रीय कॉल सेंटर के माध्यम से किया जा रहा है। जननी एक्सप्रेस वाहन तथा दीनदयाल चलित अस्पताल प्रदेश के विभिन्न जिलों से पृथक-पृथक स्तर पर संचालित होते हैं।
बैठक में प्रभावित व्यक्तियों को त्वरित रूप से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने तथा उपलब्ध वाहनों के बेहतर उपयोग और सुपरविजन के लिए इन सेवाओं को एक ही टोल फ्री नंबर 108 से संचालित करने की संभावना पर विचार-विमर्श हुआ। सड़क सुरक्षा नीति के प्रावधानों को देखते हुए मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम की 70 एम्बुलेंस को इस सेवा से संबद्ध करने की संभावनाओं के परीक्षण के भी निर्देश बैठक में दिए गए। प्रदेश में आम-जन से स्वास्थ्य परामर्श के लिए नि:शुल्क हेल्प लाइन व्यवस्था भी स्थापित की जाएगी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन संचालक ने बताया कि प्रदेश में आपातकालीन त्वरित परिवहन चिकित्सा सेवा के लिए उपलब्ध समस्त सुविधाओं की जानकारी एक माह में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) पर उपलब्ध करवाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश