लेखा पुस्तकों की प्रविष्टियां, जिनके अंतर्गत वे भी हैं, जो इलेक्ट्रानिक रूप में रखी गई हों, कब सुसंगत हैं (Entries in books of accounts including those maintained in an electronic form, when relevant)
Updated: Jan, 26 2021
Section 34 of Indian Evidence Act in Hindi and English
विशेष परिस्थितियों में किए गए कथन
34. लेखा पुस्तकों की प्रविष्टियां, जिनके अंतर्गत वे भी हैं, जो इलेक्ट्रानिक रूप में रखी गई हों, कब सुसंगत हैं -- कारबार के अनुक्रम में नियमित रूप से रखी गई लेखा पुस्तकों की प्रविष्टियां, जिनके अंतर्गत वे भी हैं, जो इलेक्ट्रानिक रूप में रखी गई हो जब कभी वे ऐसे विषय का निर्देश करती हैं जिसमें न्यायालय को जांच करनी है, सुसंगत है, किन्तु अकेले ऐसे कथन ही किसी व्यक्ति को दायित्व से भारित करने के लिए पर्याप्त साक्ष्य नहीं होंगे।
दृष्टांत
ख पर क 1,000 रुपयों के लिए वाद लाता है और अपनी लेखा बहियों की वे प्रविष्टियां दर्शित करता है, जिनमें ख को इस रकम के लिए उसका ऋणी दर्शित किया गया है। ये प्रविष्टियाँ सुसंगत हैं, किन्तु ऋण साबित करने के लिए अन्य साक्ष्य के बिना पर्याप्त नहीं है।
STATEMENTS MADE UNDER SPECIAL CIRCUMSTANCES
34. Entries in books of accounts including those maintained in an electronic form, when relevant -- Entries in books of accounts including those maintained in an electronic form], regularly kept in the course of business, are relevant whenever they refer to a matter into which the Court has to inquire, but such statements shall not alone be sufficient evidence to charge any person with liability.
Illustration
A sue's B for Rs. 1,000, and shows entries in his account books showing B to be indebted to him to this amount. The entries are relevant, but are not sufficient, without other evidence, to prove the debt.