असम्यक् असर से उत्प्रेरित संविदा को अपास्त करने की शक्ति(Power to set aside contract induced by undue influence)
Updated: Sep, 21 2018
19-क. असम्यक् असर से उत्प्रेरित संविदा को अपास्त करने की शक्ति -- जब किसी करार के लिए सम्मति असम्यक असर से कारित हो, तब वह करार ऐसी संविदा है जो उस पक्षकार के विकल्प पर शून्यकरणीय है जिसकी सम्मति इस प्रकार कारित हुई।
ऐसी कोई भी संविदा या तो आत्यन्तिकत: अपास्त की जा सकेगी या यदि उस पक्षकार ने, जो उसके शून्यकरण का हकदार हो, तद्धीन कोई फायदा प्राप्त किया हो तो ऐसे निबन्धनों और शर्तों पर, जो न्यायालय को न्यायसंगत प्रतीत हों।
दृष्टान्त
(क) 'क' के पुत्र ने एक वचनपत्र पर 'ख' के नाम की कूटरचना की है। ‘क के पुत्र का अभियोजन करने की धमकी देकर 'क' से कूटरचित वचनपत्र की रकम के लिए एक बन्धपत्र ‘ख’ अभिप्राप्त करता है। यदि ‘ख’ उस बन्धपत्र पर वाद लाए तो न्यायालय उसे अपास्त कर सकेगा।
(ख) एक साहूकार 'क' एक कृषक ‘ख’ को 100 रुपये उधार देता है और असम्यक असर से ‘ख’ को 6 प्रतिशत प्रतिमास ब्याज पर 200 रुपये का एक बन्धपत्र निष्पादित करने को उत्प्रेरित करता है। न्यायालय ऐसे ब्याज सहित जो न्यायसंगत प्रतीत हो, 100 रुपये के प्रति संदाय का आदेश ‘ख’ को देते हुए बन्धपत्र अपास्त कर सकेगा।
19A. Power to set aside contract induced by undue influence - When consent to an agreement is caused by undue influence, the agreement is a contract voidable at the option of the party whose consent was so caused.
Any such contract may be set aside either absolutely or, if the party who was entitled to avoid it has received any benefit thereunder, upon such terms and conditions as to the Court may seem just.
Illustrations
(a) A's son has forged B's name to a promissory note. B under threat of prosecuting As son, obtains a bond from A for the amount of the forged note. If B sues on this bond, the Court may set the bond aside.
(b) A, a money-lender, advances Rs. 100 to B, an agriculturist, and, by undue influence, induces B to execute a bond for Rs. 200 with interest at 6 per cent. per month. The Court may set the bond aside, ordering B to repay the Rs. 100 with such interest as may seem just.