विनिमय-पत्रों का संवर्ग ((Set of bills)
Updated: Mar, 29 2020
132. विनिमय-पत्रों का संवर्ग -- विनिमय-पत्र ऐसी मूल प्रतियों में लिखे जा सकेंगे जिनमें से हर एक संख्यांकित हो और जो यह उपबंध अन्तर्विष्ट रखता हो कि वह केवल उसी समय तक देय बना रहेगा जब तक कि अन्य असंदत्त रहते हैं । सब मूल प्रतियाँ मिलकर एक संवर्ग गठित करती हैं, किन्तु पूरे संवर्ग से केवल एक विनिमय-पत्र गठित होता है और वह तब निर्वापित हो जाता है जब उन प्रतियों में से कोई यदि एक पृथक् विनिमय-पत्र होता तो निर्वापित हो जाता ।
अपवाद -- जब कि कोई व्यक्ति विनिमय-पत्र की विभिन्न मूल प्रतियों को विभिन्न व्यक्तियों के पक्ष में प्रतिगृहीत करता या पृष्ठांकित करता है और तब वह और हर एक भूल प्रति का पश्चात्वर्ती पृष्ठांकक ऐसी मूल प्रति पर ऐसे दायी होते हैं मानो वह पृथक् विनिमय-पत्र हों ।
132. Set of bills - Bills of exchange may be drawn in parts, each part being numbered and containing a provision that it shall continue payable only so long as the others remain unpaid. All the parts together make a set; but the whole set constitutes only one bill, and is extinguished when one of the parts, if a separate bill, would be extinguished.
Exception -- When a person accepts or indorses different parts of the bill in favour of different persons, he and the subsequent indorsers of each part are liable on such part as if it were a separate bill.