जबकि माल पृथक् किए जा सकते हों तब उपनिधाता की सम्मति के बिना किए गए मिश्रण का प्रभाव (Effect of mixture, without bailor's consent, when the goods can be separated)
Updated: Sep, 17 2018
156. जबकि माल पृथक् किए जा सकते हों तब उपनिधाता की सम्मति के बिना किए गए मिश्रण को प्रभाव -- यदि उपनिहिती उपनिधाता की सम्मति के बिना उपनिधाता के माल को अपने माल के साथ मिश्रित कर दे और माल पृथक् या विभाजित किए जा सकते हों तो माल में सम्पत्ति पक्षकारों की अपनी-अपनी रहती है किन्तु उपनिहिती पृथक्करण या विभाजन के व्यय को और मिश्रण से हुए किसी भी नुकसान को सहन करने के लिए आबद्ध है।
दृष्टान्त
‘क’ एक विशिष्ट चिह्न से चिह्नित रूई की 100 गांठे ‘ख’ के पास उपनिहित करता है। ‘क’ की सम्मति के बिना 'ख' उन 100 गांठों को एक अलग चिह्न धारण करने वाली अपनी अन्य गांठों से मिश्रित करता है। 'क' को हक है कि वह अपनी 100 गांठों को वापस करा ले, और गांठों के पृथक् करने में हुआ सारा व्यय और अन्य आनुषंगिक नुकसान सहन करने के लिए 'ख' आबद्ध है।
156. Effect of mixture, without bailor's consent, when the goods can be separated - If the bailee, without the consent of the bailor, mixes the goods of the bailor with his own goods, and the goods can be separated or divided, the property in the goods remains in the parties respectively; but the bailee is bound to bear the expense of separation or division, and any damage arising from the mixture.
Illustration
A bails 100 bales of cotton marked with a particular mark to B. B, without As consent, mixes the 100 bales with other bales of his own, bearing a different mark; A is entitled to have his 100 bales returned, and B is bound to bear all the expense incurred in the separation of the bales, and any other incidental damage.