Poorna Shakti Kendra Yojna’s Pilot Project Approved
No: --- Dated: Jan, 03 2017
The cabinet meeting held under the Chairmanship of the Chief Minister Shri Shivraj Singh Chouhan today has decided that the village convergence facilitation centers will be operated under the Women and Child Development Department in Bhopal district to implement the Union Government’s Poorna Shakti Kendra Yojna. A total of 26 posts have been approved for this center. With the assistance of the Union government, financial provision at the rate of 60 percent union government share and 40 percent state share has been made under the Poorna Shakti Kendra Yojna. One district coordinator and 20 village coordinators will work for the functioning of the pilot project. 10 villages will be selected by the Panchayat and Rural Development Department as per the cluster of identified villages. Moreover, a sum of Rs. One thousand per month towards expenses as conveyance allowance will be paid to each village coordinator under the sanctioned budget to run Village Convergence center under the Poorna Shakti Kendra Yojna.
In the context of Plastic Industries in the state, plastic park at village Biloua of district Gwalior and in Dabra area of Gwalior are being developed under the Cluster Development Approach. The Name Madhya Pradesh Plastic Development Corporation Gwalior Limited has been approved by the cabinet for the Plastic Project Scheme. The speed of the project will be accelerated now. The total cost of the project is Rs. 83.43 crore. For this, approval has been given for minimum 51 percent of share of the implementing agency I.I.D.C. Gwalior for this S.P.V. Decision has been taken to take Rs. 24.49 crore as share of S.PV. and I.I.D.C. Gwalior and Rs. 20 crore loan from the financial institutions towards the project cost. Moreover under the special case, decision to appoint Ku. Sonia Yadav on the post of assistant grade- 3 in the General Administration Department has been taken on compassionate ground. Ku. Sonia’s father Late Shri Ramshankar Yadav was posted as the chief guard at Jail Headquarter.
Furthermore, the cabinet has given approval for creation of new 16 posts for conserving the world famous Maihar Band of Madhya Pradesh. Currently, 18 posts are sanctioned including 17 posts of musicians and one post of assistant band master. The glorified and unique tradition of Classical Music in the name of Maihar Band is alive since 1918. Maihar Band, the devotion of Padma Vibhushan Late Ustad Allauddin Khan and his heritage is known as a golden chapter of Indian Classical Music history. An additional financial burden of Rs. 40 lakh annually will be borne by the state government. Maihar band associated to Classical Music College under administrative control of Culture department is one of the valuable cultural heritage of Madhya Pradesh located at Maihar district Satna. Maihar Band is considered as the National Pride of the country. Impressive presentations by the musicians of Maihar Band have been given on several important occasions.
The cabinet giving relaxation to qualifying service of promotion from Assistant Superintendent Land-Record to Superintendent Land-Record, which was 5 years earlier has decided to make it 3 years for qualifying service for one time only.
Moreover, it has been decided to present books in place of bouquet in the programmes of School Education Department. This information was given in the cabinet meeting today. A set of best literary books was presented to CM Shri Shivraj Singh Chouhan by the Minister for School Education Kunwar Vijay Shah and Minister of State Shri Deepka Joshi.
Expressing condolences on the demise of Senior Leader and Former Chief Minister and Former Union Minister Shri Sunderlal Patwa, memories of his services towards the state and the country were recollected. CM Shri Chouhan and Members of the Cabinet paid homage to Late Shri Patwa.
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की अध्यक्षता में आज संपन्न मंत्रि परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य में पूर्ण शक्ति केन्द्र योजना के क्रियान्वयन के लिए महिला-बाल विकास के अंतर्गत भोपाल जिले में ग्राम कन्वर्जेन्स फेसिलिटेशन सेन्टर का संचालन किया जायेगा। इस केंद्र के लिए 26 पद के सृजन की मंजूरी दी गई। भारत सरकार की सहायता से पूर्ण शक्ति केन्द्र योजना में 60 प्रतिशत केंद्रांश और 40 प्रतिशत राज्यांश के मान से वित्तीय प्रावधान रहेगा। पायलट प्रोजेक्ट को संचालित करने के लिए एक जिला समन्वयक और 20 ग्राम समन्वयक कार्य करेंगे। दस ग्राम का चयन पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग द्वारा निर्धारित ग्रामों के क्लस्टर के अनुसार किया जाएगा। पूर्ण शक्ति केंद्र योजना में ग्राम कन्वर्जेन्स फेसिलिटेशन सेन्टर के लिए स्वीकृत बजट के अंतर्गत प्रति ग्राम समन्वयक को एक हजार रुपए मासिक की दर से यात्रा व्यय मिलेगा।
मंत्रि-परिषद द्वारा आज मध्यप्रदेश में प्लास्टिक उद्योगों की संभावनाओं के परिप्रेक्ष्य में क्लस्टर डेव्हलपमेंट एप्रोच के अंतर्गत ग्राम बिलौआ जिला-ग्वालियर में प्लास्टिक पार्क की स्थापना और ग्वालियर के डबरा क्षेत्र में विकसित किए जा रहे प्लास्टिक पार्क प्रोजेक्ट का नाम मध्यप्रदेश प्लास्टिक सिटी डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन ग्वालियर लिमिटेड रखे जाने का अनुमोदन किया गया। अब इस परियोजना के क्रियान्वयन की गति बढ़ेगी। परियोजना की कुल लागत 83.43 करोड़ है। इस एस पी व्ही में क्रियान्वयन एजेंसी आई आई डी सी ग्वालियर के न्यूनतम 51 प्रतिशत अंश के लिए अनुमोदन किया गया। परियोजना की प्रस्तावित लागत राशि में एस पी व्ही और आई आई डी सी ग्वालियर का अंशदान 24.49 करोड़ तथा वित्तीय संस्थाओं से ऋण राशि 20 करोड़ रुपए लेने के संबंध में निर्णय लिया गया। मंत्रि-परिषद ने आज विशेष प्रकरण में कु. सोनिया यादव को सामान्य प्रशासन विभाग में सहायक ग्रेड तीन के पद पर अनुकंपा नियुक्ति का निर्णय लिया। कु. सोनिया के पिता स्व. श्री रामशंकर यादव मुख्य प्रहरी जेल मुख्यालय के पद पर कार्यरत थे।
मंत्रि-परिषद ने आज की बैठक में मध्यप्रदेश के विश्व प्रसिद्ध मैहर बैण्ड के संरक्षण के लिए 16 नये पदों की स्वीकृति दी। वर्तमान में इस बैण्ड के लिए 18 पद स्वीकृत है, जिसमें संगीतकार के 17 पद और सहायक बैण्ड मास्टर का 1 पद शामिल है। वर्ष 1918 से मैहर बैण्ड के नाम से शास्त्रीय संगीत की यह अनूठी और गौरवमयी परम्परा जीवंत है। पद्य विभूषण स्व. उस्ताद अलाउद्दीन खाँ की सांगीतिक तपस्या, उनके जीवन-दर्शन की धरोहर और भारतीय शास्त्रीय संगीत के इतिहास के एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में मैहर वाद्य-वृन्द (मैहर बैण्ड) को जाना जाता है। नये पदों के सृजन से लगभग 40 लाख रुपये का अतिरिक्त वार्षिक वित्तीय भार आएगा। सतना जिले के मैहर में स्थित शासकीय संगीत महाविद्यालय के अनुषंग के रूप में संस्कृति विभाग के प्रशासकीय नियंत्रण में मैहर वाद्य-वृन्द मध्यप्रदेश की एक अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर है। मैहर वाद्य-वृन्द को राष्ट्र का गौरव भी माना जाता है। अनेक महत्वपूर्ण अवसरों पर मैहर वाद्यवृन्द के संगीतकारों ने प्रभावशाली प्रस्तुतियाँ दी हैं।
मंत्रि-परिषद ने सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख से अधीक्षक भू-अभिलेख के पद पर पदोन्नति के लिए अर्हताकारी सेवा, जो पहले 5 वर्ष हुआ करती थी, को शिथिल करते हुए केवल एक बार के लिए 3 वर्ष की अर्हतादायी करने का निर्णय लिया।
स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यक्रम में अब बुके के स्थान पर बुक्स देने का निर्णय लिया गया है। इसकी जानकारी आज केबिनेट बैठक में दी गई। इसके साथ ही केबिनेट बैठक के दौरान स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह और राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान को उत्कृष्ट साहित्य का सेट प्रदान किया।
मंत्रि-परिषद द्वारा वरिष्ठ नेता, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री सुन्दरलाल पटवा के अवसान पर शोक व्यक्त करते हुए उनकी सेवाओं का स्मरण किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं मंत्रि-परिषद के सदस्यों ने स्व. पटवा को श्रद्धांजलि दी।
साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश