No: --- Dated: Dec, 04 2019

इस कोष से सीपीएसयू, सीपीएसई और दूसरे सरकारी संगठनों के लिए अतिरिक्त धन जुटाया जा सकेगा

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) बनाने और इसकी शुरुआत करने को मंजूरी दे दी है। इसे केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सीपीएसयू), केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों (सीपीएसई), केंद्रीय सार्वजनिक वित्तीय संस्थानों (सीपीएफआई) और दूसरे सरकारी संगठनों के लिए पूंजी के अतिरिक्त स्रोत के तौर पर लाया गया है। भारत बॉन्ड ईटीएफ देश में पहले कार्पोरेट बॉन्ड ईटीएफ होगा।  

भारत बॉन्ड ईटीएफ की विशेषताएं:

ईटीएफ सीपीएसई/सीपीएसयू/सीपीएफआई/दूसरे सरकारी संगठनों के बॉन्ड (शुरुआत में सभी एएए बॉन्ड ) के बॉन्डस की बास्केट होगा।

·         विनिमय पर व्यापार योग्य।

·         1,000 रुपये की छोटी ईकाई।

·         पारदर्शी एनएवी (दिनभर एनएवी का सामयिक लाइव)।

·         पारदर्शी पोर्टफोलियो (वेबसाइट पर रोजाना प्रकाशन)।

·         कम लागत (0.0005%)।

भारत बॉन्ड ईटीएफ का ढांचाः

·         प्रत्येक ईटीएफ की एक निर्धारित परिपक्वता तिथि होगी।

·         ईटीएफ जोखिम पुनरावृत्ति के आधार पर बुनियादी सूचकांक पर नजर रखेगा यानी क्रेडिट गुणवत्ता और सूचकांक की औसत परिपक्वता का मिलान करेगा।

·         सीपीएसई, सीपीएसयू, सीपीएफआई अथवा दूसरे सरकारी संगठनों के बॉन्ड्स के ऐसे पोर्टफोलियो में निवेश करेगा, जो ईटीएफ की परिपक्वता अवधि से पहले अथवा उसी समय परिपक्व होंगे।

·         अभी तक इसमें दो परिपक्वता श्रेणियां है – तीन एवं 10 वर्ष। प्रत्येक श्रेणी में उसी परिपक्वता श्रेणी का एक अलग सूचकांक होगा।

सूचकांक की कार्यप्रणालीः

·         सूचकांक का निर्माण एक स्वतंत्र सूचकांक प्रदाता – राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज - द्वारा किया जाएगा

·         विशिष्ट परिपक्वता वर्षों – 3 एवं 10 वर्ष को ट्रैक करने वाले विभिन्न सूचकांक।

निवेशकों को भारत बॉन्ड  ईटीएफ का लाभः

·         बॉन्ड ईटीएफ सुरक्षा (सीपीएसई और दूसरी सरकारी संस्थाओं द्वारा जारी किए गए खास बॉन्ड), नकदी (विनिमय पर व्यापार योग्य) और अनुमानित कर कुशल रिटर्न उपलब्ध कराएगा।

·         यह खुदरा निवेशकों को कम राशि के बॉन्ड्स (1,000 रुपये तक) में पहुंच उपलब्ध कराएगा, जिससे बॉन्ड बाजारों में आसान और कम लागत वाली पहुंच मिल सके।

·         यह खुदरा निवेशकों की भागीदारी को बढ़ाएगा, जो नकदी और पहुंच में बाधाओं के चलते बॉन्ड बाजारों में भागीदारी नहीं करते हैं।

·         कूपन के तौर बॉन्ड की तुलना में मामूली कर की दरों पर बॉन्ड, कर दक्षता लाते हैं। बॉन्ड  ईटीएफ सूचीकरण के लाभ के साथ होते हैं, यह निवेशकों को होने वाले पूंजीगत लाभ पर टैक्स में काफी कमी लाता है।

सीपीएसई के लिए भारत बॉन्ड ईटीएफ के लाभ

·         बॉन्ड ईटीएफ सीपीएसई, सीपीएसयू, सीपीएफआई और दूसरे सरकारी संगठनों को अपनी कर्ज की जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंकिंग वित्त व्यवस्था से अलग एक अतिरिक्त स्रोत उपलब्ध कराता है।

·         यह खुदरा और एचएनआई भागीदारी के जरिये उनके निवेशकों का आधार बढ़ाता है, जिससे उनके बॉन्ड की मांग बढ़ सकती है। बॉन्ड की मांग बढ़ने के साथ इसके जारीकर्ता कम लागत पर उधार लेने में सक्षम हो सकते हैं, जिससे एक नियत समयावधि के लिए उधार लेने की उनकी लागत कम हो जाती है।

·         विनिमय पर व्यापार से बॉन्ड ईटीएफ बुनियादी बॉन्ड्स के लिए बेहतर कीमत का पता लगाने में मदद करेगा।

·         चूंकि सीपीएसई की उधार की जरूरतों का आकलन करने के लिए प्रत्येक वर्ष एक व्यापक ऋण कैलेंडर तैयार और अनुमोदित किया जाएगा, यह कम से कम इस निवेश की सीमा तक सीपीएसई में उधार अनुशासन को विकसित करेगा।

बॉन्ड  बाजारों पर प्रभाव

·         नियत लक्ष्य वाले परिपक्वता बॉन्ड ईटीएफ से समूचे कैंलेडर वर्ष में विभिन्न परिपक्वताओं के साथ एक मुनाफा श्रेणी और बॉन्ड ईटीएफ का सोपान बनने की उम्मीद है।

·         ईटीएफ से भारत में नए बॉन्ड ईटीएफ को लेकर एक नया ईको-सिस्टम यानी पारिस्थितिकी तंत्र – मार्केट मेकर्स, सूचकांक प्रदाता एवं निवेशकों में जागरुकता -  बनने की उम्मीद है।

·         इससे भारत में बॉन्ड ईटीएफ का दायरा बढ़ने की संभावना है। इससे व्यापक स्तर पर प्रमुख उद्देश्यों - बॉन्ड बाजारों को मजबूत बनाने, खुदरा भागीदारी को बढ़ाने और उधार लेने की लागत को कम करने - को हासिल किया जा सकेगा।

The Cabinet Committee on Economic Affairs, chaired by Prime Minister Shri Narendra Modi has given its approval for creation and launch of Bharat Bond Exchange Traded Fund (ETF) to create an additional source of funding for Central Public Sector Undertakings (CPSUs) Central Public Sector Enterprises (CPSEs), Central Public Financial Institutions (CPFIs) and other Government organizations.  Bharat Bond ETF would be the first corporate Bond ETF in the country.

 

Features of Bharat Bond ETF:

ETF will be a basket of bonds issued by CPSE/CPSU/CPFI/any other Government organization Bonds (Initially, all AAA rated bonds)

•       Tradable on exchange

•       Small unit size Rs 1,000    

•       Transparent NAV (Periodic live NAV during the day)

•       Transparent Portfolio (Daily disclosure on the website)

•       Low cost (0.0005%)

 

Bharat Bond ETF Structure:

•     Each ETF will have a fixed maturity date

•     The ETF will track the underlying Index on risk replication basis, i.e. matching Credit Quality and Average Maturity of the Index

•     Will invest in a portfolio of bonds of CPSE, CPSU, CPFI or any other Government organizations that matures on or before the maturity date of the ETF

•    As of now, it will have 2 maturity series - 3 and 10 years. Each series will have a separate index of the same maturity series.

 

Index Methodology:

•      The index will be constructed by an independent index provider – National Sock Exchange

•      Different indices tracking specific maturity years - 3 and 10 years

 

Benefits of Bharat Bond ETF to investors:

•      Bond ETF will provide safety (underlying bonds are issued by CPSEs and other Government-owned entities), liquidity (tradability on exchange) and predictable tax-efficient returns (target maturity structure).

•      It will also provide access to retail investors to invest in bonds with a smaller amount (as low as Rs. 1,000) thereby providing easy and low-cost access to bond markets.

•      This will increase the participation of retail investors who are currently not participating in bond markets due to liquidity and accessibility constraints.

•      Tax efficiency compared to Bonds as coupons from the Bonds are taxed at marginal rates. Bond ETFs are taxed with the benefit of indexation which significantly reduces the tax on capital gains for investor.

 

Bharat Bond ETF Benefits for CPSEs:

•        Bond ETF would offer CPSEs, CPSUs, CPFIs and other Government organizations an additional source of meeting their borrowing requirements apart from bank financing.

•        It will expand their investor base through retail and HNI participation which can increase demand for their bonds. With an increase in demand for their bonds, these issuers may be able to borrow at reduced cost thereby reducing their cost of borrowing over a period of time.

•        Further, Bond ETF trading on the exchange will help in better price discovery of the underlying bonds.

•        Since a broad debt calendar to assess the borrowing needs of the CPSEs would be prepared and approved each year, it would inculcate borrowing discipline in the CPSEs at least to the extent of this investment.

Developmental impact on Bond Markets:

•        Target Maturity Bond ETF is expected to create a yield curve and a ladder of Bond ETFs with different maturities across calendar years.

•        ETF is expected to create new eco-system - Market Makers, index providers and awareness amongst investors - for launching new Bond ETFs in India.

•        This is expected to eventually increase the size of bond ETFs in India leading to achieving key objectives at a larger scale - deepening bond markets, enhancing retail participation and reducing borrowing costs.

Courtesy – Press Information Bureau, Government of India​​

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