General Framework Agreement on Renewable Energy Cooperation
No: --- Dated: May, 12 2016
The Union Cabinet chaired by the Prime Minister Shri Narendra Modi was apprised of a General Framework Agreement (GFA) on Renewable Energy Cooperation between India and United Arab Emirates (UAE). The GFA was signed, in New Delhi on 11th February this year during the state visit of Crown Prince of UAE.
The objective of this GFA is to establish the basis for a framework through which extensive projects, investments, other forms of commercial endeavours, cooperation in research and development in renewable and clean energy, and knowledge sharing platforms could be enacted on the basis of mutual benefit, equality and reciprocity between the Parties. The GFA aims at cooperation between India and UAE in the field of new and renewable energy technologies. The GFA will provide opportunity for exploring potential renewable energy projects for investments; Continue cooperating in the International Solar Alliance; exploring avenues of cooperation in research and development in renewables; developing knowledge-sharing mechanisms through which to build upon the human capital of the Parties; exploring establishing a joint fund between the Parties to facilitate investment: forms of cooperation as mutually agreed by the Parties.
अक्षय ऊर्जा निगम पर सामान्य ढांचा समझौता |
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में कैबिनेट मंत्रिमंडल को भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच हुए सामान्य ढांचा समझौते (जीएफए) की सूचना दी गई। इस साल नई दिल्ली में 11 फरवरी को यूएई के क्राउन प्रिंस की यात्रा के दौरान जीएफए पर हस्ताक्षर हुए थे। इस जीएफ का उद्देश्य इस फ्रेमवर्क के आधार पर बड़ी परियोजनाओं, निवेश, और व्यावसायिक प्रयासों, शोध एवं विकास में भागीदारी, अक्षय और स्वच्छ ऊर्जा में विकास और ज्ञान की साझेदारी से संबंधित मंचों को पारस्परिक फायदे और पारस्परिक लेनदेन के लिए लागू करना है। जीएफए का उद्देश्य भारत और यूएई के बीच नवीन और अक्षय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में भागीदारी करना है। जीएफए से निवेश के लिए संभावित अक्षय परियोजनाओं में अवसरों को तलाशना; अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में सहयोग को जारी रखना; अक्षय ऊर्जा में शोध एवं विकास में भागीदारी के अवसर तलाशना; ज्ञान साझा करने के लिए तंत्र विकसित करना जिससे दोनों देशों में मानव पूंजी का विकास हो; निवेश बढ़ाने के लिए एक संयुक्त कोष बनाने के अवसर तलाशना आदि पर काम करने का रास्ता साफ होगा। |