Four laning of Yadgiri-Warangal section of National Highway – 163 in Telangana
No: --- Dated: Jun, 10 2015
The Cabinet Committee on Economic Affairs, chaired by the Prime Minister Shri Narendra Modi, has given its approval for development of the four laning of the Yadgiri-Warangal section of National Highway – 163 in Telangana.
This work will be under the National Highways Development Project (NHDP) Phase-IV. The approval is in Engineering, Procurement and Construction (EPC) basis.
The cost is estimated to be Rs.1905.23 crore including cost of land acquisition, resettlement and rehabilitation and other pre-construction activities. The total length of the road will be approximately 99 kms.
The main object of the project is to expedite the improvement of infrastructure in Telangana and also in reducing the time and cost of travel for traffic, particularly heavy traffic, plying on the Yadgiri-Warangal sector. After four laning of this stretch, the whole stretch from Hyderabad to Warangal would be 4-laned. The development of this stretch will also help in uplifting the socio-economic condition of the concerned regions of the State and would also increase employment potential for local labourers for project activities. The project is covered in the region of Yadgiri and Warangal.
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने तेलंगाना में राष्ट्रीय राजमार्ग-163 के यादगिरी-वारंगल खंड को चार लेन का बनाए जाने को मंजूरी दे दी है।
यह कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (एनएचडीपी) चरण- IV के तहत किया जाएगा। यह मंजूरी इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीएस) आधार पर है।
इस विकास कार्य के लिए 1905.23 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान लगाया गया है। इस लागत में भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और पुनरूद्धार व अन्य निर्माण पूर्व गतिविधियों पर होने वाला खर्च शामिल है। सड़क की कुल लंबाई करीब 99 किलोमीटर होगी।
परियोजना का मुख्य उद्देश्य तेलंगाना में बुनियादी सुविधाओं के सुधार में तेजी लाना और यादगिरी-वारंगल खंड के बीच चलने वाले यातायात के लिए समय और यात्रा की लागत में कमी लाना है। इस खंड को चार लेने का किए जाने के बाद हैदराबाद से वारंगल का पूरा हिस्सा चार लेन का हो जाएगा। इस खंड के विकास से राज्य के संबंधित क्षेत्रों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति के उत्थान में मदद मिलेगी। साथ ही परियोजना की गतिविधियों से स्थानीय मजदूरों के लिए रोजगार में वृद्धि होगी। यादगिरी और वारंगल क्षेत्र के अंतर्गत यह परियोजना शामिल की गई है।