First-ever three way merger in Indian Banking with amalgamation of Vijaya, Dena and Bank of Baroda
No: --- Dated: Jan, 02 2019
मंत्रिमंडल ने बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय को स्वीकृति दी
देश का पहला तीन बैंकों का विलय
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक तथा देना बैंक के विलय के लिए विलय योजना को अपनी मंजूरी दे दी है। बैंक ऑफ बड़ौदाहस्तांतरिती बैंक होगा और विजया बैंक तथा देना बैंक हस्तांतरणकर्ता बैंक होंगे।
भारत में पहली बार यह त्रिपक्षीय विलय होगा। विलय के बाद यह बैंक भारत का दूसरा सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक होगा।
विलय से बैंक को मजबूत वैश्विक स्पर्धी बैंक बनने में मदद मिलेगी। आकार और आपसी समन्वय की दृष्टि से बैंक को एक-दूसरे के नेटवर्कों, कम लागत की जमा और तीनों बैंकों की सहायक संस्थाओं की शक्तियों का लाभ मिलेगा और इसका उपभोक्ता आधार, बाजार पहुंच, संचालन क्षमता, उत्पाद और सेवा आधार में बढ़ोतरी होगी।
विलय योजना के प्रमुख बिन्दु :-
ए. विजया बैंक और देना बैंक हस्तांतरणकर्ता बैंक हैं और बैंक ऑफ बड़ौदा हस्तांतरिती बैंक है।
बी. योजना 01.04.2019 से प्रभावी होगी।
सी. योजना प्रारंभ होने पर हस्तांतरणकर्ता बैंकों के सभी व्यवसाय हस्तांतरिती बैंक को हस्तांतरित कर दिये जाएंगे और हस्तांतरिती बैंक के पास सभी व्यवसाय परिसम्पत्तियां, अधिकार, स्वामित्व, दावे, लाइसेंस, स्वीकृतियां, अन्य विशेषाधिकार और सभी सम्पत्ति, सभी उधारी, देनदारियां और दायित्व होंगे।
डी. हस्तांतरणकर्ता बैंक के सभी स्थायी और नियमित अधिकारी या कर्मचारी हस्तांतरिती बैंक में अधिकारी और कर्मचारी होंगे। हस्तांतरिती बैंक में उनकी सेवा में दिये जाने वाले वेतन और भत्ते हस्तांतरणकर्ता बैंकों के अपने-अपने वेतन और भत्ते से कम आकर्षक नहीं होंगे।
ई. हस्तांतरिती बैंक का बोर्ड यह सुनिश्चित करेगा कि हस्तांतरित होने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के हित सुरक्षित है।
एफ. हस्तांतरिती बैंक हस्तांतरणकर्ता बैंक के शेयर धारकों को शेयर अदला-बदली अनुपात के अनुसार शेयर जारी करेगा। हस्तांतरिती बैंक तथा हस्तांतरणकर्ता बैंकों के शेयर धारक शेयर अदला-बदली अनुपात के संबंध में यदि कोई शिकायत है, तो उसे विशेषज्ञ समिति के माध्यम से उठाने में सक्षम होंगे।
विलय के बाद बैंक की शक्तियां :-
- विलय के बाद बैंक बढ़ती अर्थव्यवस्था की ऋण जरूरतों को पूरा करने, आघात सहन करने और संसाधन बढ़ाने की क्षमता को पूरा करने में बेहतर तरीके से लैस होगा। बैंक का व्यवसाय आकार बढ़ेगा और व्यापकता, मुनाफा, व्यापक उत्पाद पेशकश, टेक्नोलॉजी अपनाने और श्रेष्ठ व्यवहारों की दृष्टि से सुधार होगा और व्यापक पहुंच के माध्यम से लागत क्षमता, सुधरा हुआ जोखिम प्रबंधन और वित्तीय समावेश होगा।
- विलय से वैश्विक बैंकों की तुलना में बड़े आकार का बैंक बनेगा, जो भारत और विश्व में क्षमता के साथ स्पर्धा में सक्षम होगा।
- प्रत्येक बैंक की स्थिति –कम लागत सीएएसए जमा में देना बैंक की ऊंची पहुंच, विजिया बैंक का मुनाफा और पूंजी उपलब्धता तथा बैंक ऑफ बड़ौदा की व्यापकता, वैश्विक नेटवर्क और पेशकश से बाजार पहुंच, संचालन क्षमता और व्यापक उत्पाद और सेवा देने के संदर्भ में लाभ होगा।
- बैंकों के विलय के बाद प्रतिभा का व्यापक पूल प्राप्त होगा और बड़ा डाटाबेस मिलेगा, जिसका लाभ तेजी से डिजिकृत हो रही बैंकिंग प्रणाली में स्पर्धी लाभ लेने के लिए उठाया जा सकता है। व्यापक पहुंच के कारण लाभ में प्रवाह आएगा। वितरण नेटवर्क बढ़ेगा और सहायक संस्थाओं के साथ उत्पाद और सेवाओं के लिए वितरण लागत में कमी आएगी।
- जन साधारण की पहुंच मजबूत नेटवर्क के माध्यम से व्यापक बैंकिंग सेवाओं तक होगी और उन्हें विभिन्न प्रकार के उत्पाद सेवाएं मिलेगी तथा उनके लिए ऋण सहजता होगी।
The Union Cabinet chaired by Prime Minister Shri Narendra Modi has approved the scheme of amalgamation for amalgamating Bank of Baroda, Vijaya Bank and Dena Bank, with Bank of Baroda as the transferee bank and Vijaya Bank and Dena Bank as transferor banks.
The amalgamation will be the first-ever three-way consolidation of banks in India, with the amalgamated bank being India's second largest Public Sector Bank.
The amalgamation will help create a strong globally competitive bank with economies of scale and enable realisation of wide-ranging synergies. Leveraging of networks, low-cost deposits and subsidiaries of the three banks has the potential of yielding significant synergies for positioning the consolidated entity for substantial rise in customer base, market reach, operational efficiency, wider bouquet of products and services, and improved access for customers.
Key points of the Scheme of amalgamation:
(a) Vijaya Bank and Dena Bank are transferor banks and BoB is transferee bank.
(b) The scheme shall come into force on 1.4.2019.
(c) Upon commencement of the scheme, the undertakings of the transferor banks as a going concern shall be transferred to and shall vest in the transferee bank, including, inter alia, all business, assets, rights, titles, claims, licenses, approvals and other privileges and all property, all borrowings, liabilities and obligations.
(d) Every permanent and regular officer or employee of the transferor banks shall become an officer or employee and shall hold his office or service therein in the transferee bank such that the pay and allowance offered to the employees/officers of transferor banks shall not be less favourable as compared to what they would have drawn in the respective transferor bank.
(e) The Board of the transferee bank shall ensure that the interests of all transferring employees and officers of the transferor bank are protected.
(f) The transferee bank shall issue shares to the shareholders of transferor banks as per share exchange ratio. Shareholders of the transferee bank and transferor banks shall be entitled to raise their grievances, if any, in relation to the share exchange ratio, through an expert committee.
Some of the strengths of the envisaged amalgamated entity are-
- The amalgamated bank will be better equipped in the changing environment to meet the credit needs of a growing economy, absorb shocks and capacity to raise resources. Economies of scale and wider scope would position it for improved profitability, wider product offerings, and adoption of technology and best practices across amalgamating entities for cost efficiency and improved risk management, and financial inclusion through wider reach.
- It would also enable creation of a bank with scale comparable to global banks and capable of competing effectively in India and globally.
- Strengths of individual banks - such as Dena Bank's relatively higher access to low-cost CASA deposits, Vijaya Bank's profitability and availability of capital for growth, and the extensive and global network and offerings of BoB will translate into advantages in terms of market reach, operational efficiencies and the ability to support a wider offering of product and services.
- The amalgamated banks will have access to a wider talent pool, and a large database that may be leveraged through analytics for competitive advantage in a rapidly digitalising banking context. Benefits would also flow as a result of wider reach and distribution network and reduction in distribution costs for the products and services through subsidiaries.
- Public at large shall benefit in terms of enhanced access to banking services through a stronger network, the ability to support a wider offering of product and services, and easy access to credit.
Courtesy – Press Information Bureau, Government of India